नईदिल्ली। उत्तर प्रदेश में शिक्षकों की नियुक्ति में धांधली की बात सामने आने के बाद राज्य सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए सभी शिक्षकों के डाक्यूमेंट्स की जांच के आदेश जारी कर दिए हैं। शिक्षा विभाग में फर्जीवाड़े के बढ़ते मामलों को लेकर चौतरफा घिरी यूपी सरकार ने इसकी घोषणा की है।
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बात दें कि प्रदेश में हाल ही में अनामिका शुक्ला केस में फर्जी डॉक्यूमेंट के सहारे नौकरी करने के मामले सामने आए थे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी शिक्षकों के डॉक्यूमेंट्स की जांच करने के आदेश दिए हैं। इसके लिए जांच टीम बनाई जाएगी, मुख्यमंत्री के आदेश पर माध्यमिक, उच्च और बेसिक शिक्षा विभाग के साथ ही समाज कल्याण विभाग के विद्यालयों और कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में कार्यरत सभी शिक्षकों के दस्तावेजों की जांच होगी।
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गौरतलब है कि प्रदेश में अनामिका शुक्ला के नाम पर प्रदेश के 25 विद्यालयों में नौकरी किए जाने का मामला सामने आया था, एक ही नाम से, एक ही डॉक्यूमेंट के सहारे 13 महीने से 25 स्कूलों में नौकरी कर फर्जीवाड़ा करने वालों ने सरकार को लगभग एक करोड़ रुपये की चपत लगाई थी। इस मामले में तब नया मोड़ आ गया था, जब असली अनामिका शुक्ला बेसिक शिक्षा अधिकारी के कार्यालय पहुंच गई और खुद के अब तक बेरोजगार होने की जानकारी दी।
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