महादेव घाट होगा महाकाल की तरह
रायपुर
राजधानी के प्रसिद्ध महादेव घाट के शिव मंदिर और नदी के तट पर मंदिर के पीछे भव्य कॉरिडोर बनाया जाएगा। यह कॉरिडोर उज्जैन के प्रसिद्ध महाकाल कॉरिडोर की तर्ज पर होगा, जहां की खूबसूरती पर्यटकों को भी खूब भाएगी। केंद्र की आध्यात्मिक पर्यटन नीति के अंतर्गत रायपुर में खारून नदी के किनारे हाटकेश्वर मन्दिर के किनारे सुन्दर घाटों का निर्माण कर यह सौन्दर्यीकरण किया जाएगा।
हाटकेश्वर को छोटी काशी के नाम से जाना जाता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आध्यात्मिक पर्यटन विकास के मद्देनजर यह सौंदर्यीकरण कराया जाएगा। जिसके बाद छत्तीसगढ़ भी विश्व के आध्यात्मिक पर्यटन मानचित्र में और अच्छे ढंग से
अंकित हो जाएगा। सौन्दर्यीकरण योजना का ऐलान राज्य सरकार की तरफ से किया गया है। यह प्रोजेक्ट छत्तीसगढ़ लोक निर्माण विभाग की तरफ से तैयार किया जाएगा। महादेव कॉरिडोर के लिए आसपास की जो दुकानें हैं, उस एरिया को भी व्यवस्थित किया जाएगा।
रायपुर पश्चिम विधानसभा से बीजेपी विधायक और पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने कहा कि रायपुर को पर्यटन के तौर पर विकसित किया जा रहा है, इसके लिए महादेव कॉरिडोर अहम साबित होगा। इसकी तैयारी लंबे समय से चल रही थी। महादेव घाट रायपुर का महत्वपूर्ण स्थान है, इसलिए यहां पर्यटन स्थल बनेगा तो छत्तीसगढ़ के पर्यटन को निश्चित तौर पर एक नई दिशा मिलेगी।
रायपुर में बनने वाले महादेव कॉरिडोर सौन्दर्यीकरण योजना में
वहां के आसपास की दुकानों को भी व्यवस्थित किया जाएगा। इसलिए वहां की दुकानों को हटाया नहीं जाएगा बल्कि उनको और वैध तरीके से व्यवस्थित किया जाएगा। ताकि वहां का आर्कषण और बढ़ सके। प्रोजेक्ट का प्रजेंटेशन रविवार को लोक निर्माण विभाग के वास्तुविद विशेषज्ञों द्वारा विधायक राजेश मूणत और महापौर मीनल चौबे की उपस्थिति में किया गया। उक्त सौन्दर्यीकरण योजना में 23 करोड़ खर्च किए जाएंगे। खारून नदी में झूलते ब्रिज और नौकायन की व्यवस्था इसके प्रमुख आकर्षण होंगे।