Chunavi Chaupal in Jawad: विधायक से मंत्री बन गए नेता जी लेकिन पूरा नहीं कर पाए जनता की आस, क्या जीत का पंच लगा पाएगी भाजपा?
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Chunavi Chaupal in Jawad
नीमचः Chunavi Chaupal in Jawad छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश में आईबीसी 24 का चुनावी चौपाल कार्यक्रम लगातार जारी है। हम अलग-अलग विधानसभा सीटों पर जाकर वहां के विकास, विधायकों के प्रदर्शन और 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर जनता का मूड जानने की कोशिश कर रहे हैं। इसी कड़ी में आज बारी है मध्यप्रदेश के जावद विधानसभा की…
Chunavi Chaupal in Jawad मध्य प्रदेश में नीमच जिले में 3 विधानसभा सीटें हैं। इनमें मनासा, नीमच और जावद विधानसभा सीटें शामिल हैं। आज हम चर्चा करेंगे जावद विधानसभा की। इस विधानसभा सीट को भाजपा का गढ़ माना जाता है। चुनावी राजनीति का इतिहास खंगाला जाए तो यह सीट ज्यादातर बीजेपी पार्टी के ही कब्जे में रही है। पिछले चार बार से यहां भारतीय जनता पार्टी के ओम प्रकाश सकलेचा विधायक है। वे मध्यप्रदेश सरकार ने मंत्री भी है।
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2018 में ऐसा था यहां का परिणाम
Chunavi Chaupal in Jawad : 2018 के विधानसभा चुनाव की बात करें तो जावद विधानसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के ओम प्रकाश सकलेचा और कांग्रेस के राजकुमार अहीर के बीच मुकाबला था। ओम प्रकाश सकलेचा ने राजकुमार को 4271 वोटों से हराया। इस जीत के साथ ही ओम प्रकाश सकलेचा चौथी बार विधायक बने। ओम प्रकाश सकलेचा वर्तमान में मध्यप्रदेश सरकार ने सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग मंत्री है।
1998 में आखिरी बार जीती थी कांग्रेस
जावद में 1998 में कांग्रेस के टिकट पर घनश्याम पाटीदार यहां आखिरी बार चुनाव जीते थे। लेकिन 2003 में ओमप्रकाश सकलेचा यहां पहली बार बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़े और 26 हजार 635 वोटों से अपने प्रतिद्वंदी को हराने के बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। 2008 में भी बीजेपी ने ओमप्रकाश सकलेचा पर अपना भरोसा जताया, जिन्होंने कांग्रेस के राजकुमार अहिर को शिकस्त दी। 2013 के विधानसभा चुनाव की बात करें तो बीजेपी ने तीसरी बार ओमप्रकाश सकलेचा को टिकट दी। वहीं कांग्रेस के टिकट नहीं देने पर राजकुमार अहिर निर्दलीय चुनाव लड़े, जिसमें ओमप्रकाश सकलेचा ने 14651 वोटों से बाजी मारी।
क्या कहता है यहां का जातिगत समीकरण
जावद में जाति समीकरण की बात करें तो यह काफी अहम भूमिका निभाता है। यहां धाकड़ जाति के 30 फीसदी वोटर्स यहां निर्णायक साबित होते हैं। इसके अलावा आदिवासी 17 फीसदी, पाटीदार 7 फीसदी, ब्राह्मण 6 फीसदी, राजपूत 6 फीसदी, और अल्पसंख्यक 18 फीसदी वोटर हैं। वहीं 8 फीसदी गुर्जर, बंजारा, धनगर सहित अन्य मतदाता हैं।
इस बार क्या कहती है यहां की जनता
Chunavi Chaupal in Jawad : जावद विधानसभा में यू तो मुद्दों की कमी नहीं है। ओमप्रकाश सकलेचा 4 बार विधायक बने, मंत्री पद तक पहुंचे लेकिन आज भी यहां की जनता बुनियादी सुविधाओं से जूझ रहा है। एक स्थानीय मतदाता ने कहा कि विकास केवल मंत्री जी और मंत्री जी के चहेतों का हुआ है। आज भी यहां के किसान मुआवजे के साथ-साथ अन्य समस्याओं से जूझ रहा है। स्वास्थ्य़ लेकर उन्होंने कहा कि अस्पताल तो बनाए गए हैं, लेकिन डॉक्टरों की कमी है। छोटी-छोटी बीमारियों के लिए मरीज को नीमच रेफर कर देते हैं। ऐसे में मरीजों को र्थ के साथ साथ समय का नुकसान झेलना पड़ता है।
रोजगार को लेकर एक युवा मतदाता ने कहा कि यहां के युवा रोजगार की तलाश में दूसरे शहरों की ओर जाने को मजबूर है। मंत्री जी यहां रोजगार के साधन उपलब्ध नहीं करा पाए।
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