CG Assembly Election 2023: BJP ने खोले वादे..Congress के क्या है इरादे? क्या महिला वर्ग के लिए घोषणाओं से बीजेपी को होगा फायदा?
CG Assembly Election 2023: BJP ने खोले वादे..Congress के क्या है इरादे? क्या महिला वर्ग के लिए घोषणाओं से बीजेपी को होगा फायदा?
रायपुर। CG Assembly Election 2023 3 महीने चली लंबी एक्सरसाइज के बाद, आज बीजेपी ने अपना घोषणा पत्र जारी कर दिया। मोदी की गारंटी नाम से बीजेपी के संकल्प पत्र को जारी किया बीजेपी के चुनावी राजनीति के चाणक्य कहे जाने वाले अमित शाह है। मेनिफेस्टों में बीजेपी ने हर वो जवाब देने की कोशिश की है जो कांग्रेस शासनकाल में उसके लिए चुनौती है। धान का दाम से लेकर सिलेंडर की कीमत तक, यूथ को नौकरी से फ्री में रामलला के दर्शन तक ऐसे कई ऐलान हैं जन्हें लेकर बीजेपी अब ज्यादा उत्साहित और कॉन्फिडेंट है। हालांकि कांग्रेस का दावा है कि दबाव में बीजेपी ने गारंटी तो दे दी हैं लेकिन उनपर भरोसा कौन करेगा। मोदी की गारंटी का कितना होगा असर, कांग्रेस अपने मेनिफेस्टों में क्या लाएगी इसकी काट?
CG Assembly Election 2023 छत्तीसगढ़ में सत्ता वापसी के लिए आज बीजेपी ने मास्टर स्ट्रोक खेल के तौर पर अपना घोषणा पत्र जारी कर दिया। इसे मोदी की गारंटी नाम दिया गया है और इसे लॉन्च किया गृह मंत्री अमित शाह ने शाह ने सबसे बड़ा वादा किसानों और धान खरीदी को लेकर करते हुए कहा- कि कृषि उन्नति योजना की शुरुआत करेंगे 21 क्विंटल प्रति एकड़ धान, 3100 के मूल्य से खरीदेंगे। साथ ही एक मुश्त भुगतान करेंगे। इसके अलावा मजदूरों को 10 हजार रुपए देने का वादा भी बीजेपी ने किया है। इसके अलावा शाह ने कहा कि, रामलला दर्शन योजना बीजेपी शुरू करेगी। जिसमें अयोध्या के दर्शन छत्तीसगढ़ के गरीबों को कराए जाएंगे।
NCR के तर्ज पर स्टेट कैपिटल रिजन और रायपुर, दुर्ग, भिलाई को मिलाकर SCR बनाने का वादा संकल्प पत्र में किया है। अमित शाह ने बार -बार ये बताने की भी कोशिश की कि 2800 रुपए किसानों को जो पैसा मिलता है उसमें 2200 रुपए केंद्र सरकार देती है और बाकी बचे हुए 500 रुपए भूपेश सरकार 3-4 किश्तों में देती है घोषणा पत्र जारी करने के दौरान अमित शाह ने भूपेश सरकार पर जमकर हमला बोला और उन पर गोबर घोटाला, सट्टा एप घोटाला जैसे गंभीर आरोप लगाए।
तमाम बातों के अलावा सबकी नजर बीजेपी के धान वाली घोषणा पर थी। बीजेपी ने 3100 रुपए में धान खरीदा का वादा कर किसानों को अपनी ओर खींचा है लेकिन किसानों की कर्जमाफी को लेकर कोई घोषणा नहीं की लेकिन 3 दिसंबर को जब नतीजे आएंगे तब ये साफ हो जाएगा कि ये घोषणा पत्र, चुनाव परिणाम को कितना प्रभावित कर सका।

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