रायपुर। IBC24 Bhuiyan Ke Bhagwan माटी की कोख पर जब भी कोई नन्हा पौधा झांकता है, समझ लीजिए.. वो किसान के पसीने से नहाकर जीवंत हुआ है। किसान वो है जो खुद कष्ट सहकर दुनिया का पेट भरता है । मौसम से लड़कर, चुनौतियों को हराकर अपनी जिंद से वो खेतों हरा-भरा करता है। अपनी जनसरोकार की भूमिका को निभाते हुए आईबीसी24 लगातार प्रदेश के हौसलामंद किसानों को सम्मान का एक मंच दे रहा है। इस साल भी छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों के उन्नत किसानों को IBC24 भुईंयां के भगवान सम्मान से सम्मानित किया गया। इसी कड़ी में आज अभनपुर में छत्तीसगढ़ बीज निगम को आईबीसी24 भुईंया के भगवान सम्मान से नवाज रहे हैं।
ये हैं इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय,रायपुर के एग्रीकल्चरल माइक्रोबायोलॉजी विभाग के अध्यक्ष डॉ तापस चौधरी। डॉ तपस ने खेत की मिट्टी से 5 हजार से ज्यादा तरह के लाभदायक सूक्ष्म जीवों का पता लगाया है। डॉ तापस की देखरेख में अभनपुर में छत्तीसगढ़ बीज निगम का बड़ा जैव उर्वरक संयंत्र चल रहा है। इन्हीं के मार्गदर्श में छत्तीसगढ़ बायोटेक प्रमोशन सोसायटी ने 15 हजार लीटर तरल जैव उर्वरक तैयार कर गौठानों के माध्यम से किसानों को उपलब्ध कराया। कृषि अनुसंधान पर 150 से ज्यादा शोध पत्र प्रकाशन के साथ -साथ डॉ तापस के प्रयासों से कृषि क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव आया। सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं के सफल संचालन करने वाले डॉ तपस को उनकी उपलब्धि के लिए IBC24 भुइंयां का भगवान सम्मान प्रदान कर हर गर्व का अनुभव कर रहे हैं।