भाकपा (माले) बिहार में निकालेगी ‘संकल्प यात्रा’, 26 अक्टूबर को जारी करेगी ‘संकल्प पत्र’

भाकपा (माले) बिहार में निकालेगी ‘संकल्प यात्रा’, 26 अक्टूबर को जारी करेगी ‘संकल्प पत्र’

भाकपा (माले) बिहार में निकालेगी ‘संकल्प यात्रा’, 26 अक्टूबर को जारी करेगी ‘संकल्प पत्र’
Modified Date: October 24, 2025 / 04:41 pm IST
Published Date: October 24, 2025 4:41 pm IST

पटना, 24 अक्टूबर (भाषा) भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माले) लिबरेशन बिहार के भोजपुर क्षेत्र में 26 अक्टूबर को अपने दिवंगत दलित नेता राम नरेश राम की 15वीं पुण्यतिथि पर ‘संकल्प यात्रा’ निकालेगी और इसी अवसर पर आगामी विधानसभा चुनावों के लिए अपना ‘संकल्प पत्र’ भी जारी करेगी।

पार्टी सूत्रों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

सूत्रों के अनुसार, भाकपा (माले) लिबरेशन का यह ‘संकल्प पत्र’ महागठबंधन के घोषणा पत्र को लागू करने की गारंटी के रूप में काम करेगा।

 ⁠

महागठबंधन में कांग्रेस, राष्ट्रीय जनता दल (राजद), विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी), भाकपा (माले), भाकपा और माकपा शामिल हैं। यह विपक्षी गठबंधन 28 अक्टूबर को बिहार के लिए अपना संयुक्त घोषणा पत्र जारी करेगा।

राम नरेश राम 1995 से 2010 तक बिहार विधानसभा के सदस्य रहे और भाकपा (माले) के संस्थापक सदस्यों में से एक थे। 26 अक्टूबर को उनकी 15वीं पुण्यतिथि है।

सूत्रों का कहना है कि पार्टी की ओर से भोजपुर जिले में उनके योगदान को याद करते हुए 10 किलोमीटर लंबी पदयात्रा निकाली जाएगी। यह यात्रा ऐतिहासिक एकोवरी गांव से शुरू होगी, जिसे बिहार में भाकपा (माले) का जन्मस्थान माना जाता है और जो पार्टी के संस्थापक नेताओं जगदीश मास्टर, राम नरेश राम और रमेश्वर यादव से जुड़ा रहा है।

यात्रा का समापन सोन नदी के तट पर होगा, जहां राम नरेश राम की प्रतिमा स्थापित की गई है।

वामपंथी पार्टी के एक सूत्र ने बताया, “इस यात्रा का उद्देश्य जन आंदोलनों के एजेंडे को आगे बढ़ाना और यह सुनिश्चित करना है कि महागठबंधन का एजेंडा दलितों, गरीबों, हाशिए पर रहे और उत्पीड़ित वर्गों की आवाज बने।”

यात्रा के अंत में भाकपा (माले) अपना ‘संकल्प पत्र’ (चुनावी घोषणा पत्र) जनता के लिए जारी करेगी।

पार्टी के सूत्र ने कहा, “यह संकल्प पत्र जन आंदोलनों से निकले एजेंडे को प्रतिबिंबित करेगा और ‘बदलो बिहार न्याय यात्रा’ की आकांक्षाओं को सामने लाएगा।”

पार्टी का यह भी कहना है कि यह “जन घोषणा पत्र” भविष्य में भाकपा (माले) लिबरेशन की नीतियों के लिए एक मार्गदर्शक दस्तावेज के रूप में कार्य करेगा।

भाषा कैलाश

जितेंद्र हक

हक


लेखक के बारे में