पूर्णिया के मतदान केंद्र पर लोक व जनजातीय नृत्यों से मतदाताओं को आकर्षित कर रही सांस्कृतिक टोली

पूर्णिया के मतदान केंद्र पर लोक व जनजातीय नृत्यों से मतदाताओं को आकर्षित कर रही सांस्कृतिक टोली

पूर्णिया के मतदान केंद्र पर लोक व जनजातीय नृत्यों से मतदाताओं को आकर्षित कर रही सांस्कृतिक टोली
Modified Date: November 11, 2025 / 04:31 pm IST
Published Date: November 11, 2025 4:31 pm IST

पूर्णिया, 11 नवंबर (भाषा) मतदाता भागीदारी को प्रोत्साहित करने के एक नवाचारी प्रयास के तहत, मंगलवार को पूर्णिया ज़िले के एक मतदान केंद्र के बाहर सांस्कृतिक दलों ने बिहार के पारंपरिक लोक और जनजातीय नृत्य प्रस्तुत किए।

राज्य की 122 विधानसभा सीटों पर कड़े सुरक्षा प्रबंधों के बीच मतदान जारी है।

पूर्णिया के कला भवन स्थित मॉडल मतदान केंद्र पर नृत्य दलों ने मतदाताओं का स्वागत लोक और जनजातीय नृत्य प्रस्तुतियों के माध्यम से किया। उन्होंने मतदाताओं को मतदान के लिए प्रेरित करते हुए गुलाब के फूल भी भेंट किए।

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मतदाताओं ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि इस तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रम न केवल मतदान के प्रति उत्साह बढ़ाते हैं, बल्कि बिहार की संस्कृतिक धरोहर को भी जीवंत रखते हैं।

लोकनृत्य प्रशिक्षक अजय कुमार मंडल ने बताया, “हमने कार्यक्रम को बिहार की लोक संस्कृति पर आधारित रखा है। दो टीमें प्रस्तुति दे रही हैं जिनमें से एक में बिहार की पारंपरिक लोक पोशाक पहने नृत्यांगनाएं शामिल हैं, जबकि दूसरी टीम जनजातीय वेशभूषा में प्रस्तुति दे रही हैं। ये कलाकार नृत्य के साथ-साथ मतदाताओं का गुलाब देकर स्वागत भी कर रहे हैं।”

मंडल ने साथ ही लोगों से घरों से निकलकर अपने मताधिकार का प्रयोग करने की अपील की।

दूसरे चरण में 3.7 करोड़ से अधिक मतदाता 1,302 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे, जिनमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सरकार के कई मंत्री भी शामिल हैं।

बिहार में छह नवम्बर को हुए पहले चरण के चुनाव में अब तक का सर्वाधिक मतदान प्रतिशत दर्ज किया गया है। पहले चरण में 65 फीसदी से अधिक वोट पड़े।

दोनों चरणों के मतों की गिनती 14 नवम्बर को की जाएगी।

भाषा कैलाश अमित नोमान

नोमान


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