Bihar Chunav 2025: बिहार चुनाव 2025 में कौन मारेगा बाजी? प्रशांत किशोर, कन्हैया कुमार समेत इन नए चेहरों पर टिकी हैं सबकी निगाहें

Bihar Chunav 2025: बिहार चुनाव 2025 में कौन मारेगा बाजी? प्रशांत किशोर, कन्हैया कुमार समेत इन नए चेहरों पर टिकी हैं सबकी निगाहें

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  • Publish Date - October 6, 2025 / 06:11 PM IST,
    Updated On - October 6, 2025 / 06:11 PM IST

Bihar Chunav 2025 | Photo Credit: IBC24

नई दिल्ली: Bihar Chunav 2025 बिहार में विधानसभा चुनाव के लिए बिगुल बच चुका है। सोमवार को चुनाव आयोग ने तारीखों का ऐलान कर दिया है। चुनाव आयोग के अनुसार, बिहार में दो चरणों पर मतदान होगा। 6 नवंबर को पहला चरण का मतदान होगा। जिसमें 121 सीटों पर वोटिंग डाले जाएंगे। जिसके बाद दूसरे चरण में 11 नवंबर को होगा। जिसमें 122 सीटों पर वोटिंग होगा। बिहार चुनाव में इस बार कुछ नए चेहरे भी नजर आ रहे हैं। चुनाव के दौरान इन चेहरों की चर्चा होती रहेगी।

Bihar Chunav 2025 इन चेहरों में जनसुराज पार्टी के प्रशांत किशोर से लेकर पुष्पम प्रिया चौधरी तक शामिल हैं। कन्हैया कुमार, मुकेश सहनी और निशांत कुमार जैसे नामों की भी इस चुनाव में काफी चर्चा रह सकती है। तो चलिए इसी माहौल को भांपते हुए आपको इस चुनाव के उन बड़े चेहरों से मुखातिब कराते हैं, जिन पर इस बार सभी की निगाहें टिकी होंगी।

प्रशांत किशोर

चुनावी रणनीतिकार से राजनेता बने प्रशांत किशोर इस बार अपनी जन सुराज पार्टी के साथ बिहार के सभी सीटों पर ताल ठोक रहे हैं। प्रशांत किशोर ने 2015 में बिहार विधानसभा चुनाव के लिए नीतीश कुमार और लालू यादव के महागठबंधन के लिए चुनावी रणनीति तैयार की। 2018 में नीतीश कुमार ने उन्हें जनता दल (यूनाइटेड) में शामिल किया और पार्टी का उपाध्यक्ष भी बनाया। हालांकि, यह साथ ज्यादा दिन नहीं चला और दोनों की राहें अलग हो गईं।

प्रशांत किशोर ने 2 अक्टूबर 2022 को बिहार के चंपारण से पदयात्रा की और बिहार में गांव-गांव घूमे। दो साल बाद यानी दो अक्तूबर 2024 को गांधी जयंती के ही दिन अपनी नई पार्टी बनाई। इनका नाम रखा जनसुराज। पार्टी में शिक्षा, चिकित्सा, प्रशासन समेत कई क्षेत्रों के दिग्गज जुड़े। प्रशांत किशोर 2025 विधानसभा चुनाव में जनसुराज पार्टी के लड़ने का एलान भी कर चुके हैं।

कौन हैं कन्हैया कुमार ?

कन्हैया कुमार का जन्म जनवरी 1987 में बेगूसराय में हुआ था। पटना के नालंदा मुक्त विश्वविद्यालय से एमए करने के बाद 2011 में जेएनयू पहुंचे। 2016 में जेएनयू कैंपस में हुई नारेबाजी के चलते विवादों में आए। राजद्रोह के आरोपों में गिरफ्तार हुए। जमानत मिलने के बाद 3 मार्च 2016 को जेएनयू में भाषण दिया, रातोंरात सुर्खियों में आए। फरवरी 2019 में उन्होंने जेएनयू से पीएचडी पूरी की।

राजनीतिक सफर

कन्हैया कुमार 2015 में JNU छात्रसंघ के अध्यक्ष चुने गए। विवादों के बावजूद उन्होंने अपनी राजनीतिक पहचान बनाई। इसके बाद वे भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI) से जुड़े और 2019 में बेगूसराय लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा। हालांकि, उन्हें BJP के गिरिराज सिंह से हार का सामना करना पड़ा।

सितंबर 2021 में कन्हैया कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए। कांग्रेस ने उन्हें छात्र संगठन NSUI का प्रमुख भी बनाया। 2024 के लोकसभा चुनाव में वे उत्तर पूर्व दिल्ली से उम्मीदवार बने, लेकिन BJP के मनोज तिवारी के हाथों हार गए। इसके बावजूद वे लगातार बिहार की राजनीति में सक्रिय बने हुए हैं।

मुकेश सहनी

मुकेश सहनी का जीवन संघर्ष और सफलता की कहानी है। 19 साल की उम्र में वे बिहार छोड़कर मुंबई पहुंचे, जहां उन्होंने सेल्समैन से लेकर बॉलीवुड सेट डिजाइनर तक का सफर तय किया। उन्होंने सलमान खान, शाहरुख खान की फिल्मों और ‘Big Boss’ जैसे शो के लिए सेट डिजाइन किए।

2014 में दरभंगा में की गई उनकी रैली ने उन्हें पहचान दिलाई। इसके बाद उन्होंने ‘निषाद विकास संघ’ (2015) और ‘विकासशील इंसान पार्टी’ (2018) की स्थापना की। खुद को उन्होंने “सन ऑफ मल्लाह” कहकर मल्लाह और पिछड़ी जातियों के बीच लोकप्रियता हासिल की।

2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी ने NDA के साथ मिलकर 4 सीटें जीतीं और उन्हें मंत्री पद मिला। हालांकि बाद में उन्होंने NDA से अलग होकर महागठबंधन का रुख कर लिया।

निशांत कुमार

इस बार बिहार चुनाव में निशांत कुमार एक नया चेहरा है। निशांत कुमार बिहार के मुख्यमंत्री नी​तीश कुमार के बेटे हैं। वैसे तो निशांत कुमार राजनीतिक से दूर है। लेकिन पिछले कुछ दिनों में निशांत कुमार की राजनीति में एंट्री को लेकर चर्चा तेज हुई है।

यह तब शुरू हुआ, जब वे बक्सर के एक कार्यक्रम में स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि देने पहुंचे। वहां उन्होंने कहा कि “हो सके तो पिता जी को, उनकी पूरी पार्टी को, आप सब जनता वोट करें, उन्हें फिर से लाएं, पिताजी ने अच्छे काम किए हैं।” इस बयान के बाद कयास लगने लगे कि वे राजनीति में आ सकते हैं।

निशांत ने पटना के सेंट कैरेन्स स्कूल, मसूरी के बोर्डिंग स्कूल और केंद्रीय विद्यालय से पढ़ाई की है। उन्होंने रांची के बिरला इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, मेसरा से इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की।

कौन हैं पुष्पम प्रिया चौधरी?

पुष्पम प्रिया चौधरी का जन्म दरभंगा में हुआ है। वह जेडीयू नेता और पूर्व MLC विनोद चौधरी की बेटी हैं। अपने पिता के राजनीति में होने के चलते वह हमेशा पॉलिटिक्स से जुड़ी रहीं। बताया जाता है कि साल 2015 में उन्होंने बिहार में वोटिंग पैटर्न और वोटिंग व्यवहार पर एक रिसर्च की थी।

जानकारी के अनुसार द प्लूरल्स पार्टी की सुप्रीमो पुष्पम प्रिया चौधरी ने 2020 चुनाव में खुद को प्रदेश का मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया था। उन्होंने बांकीपुर और बिस्फी सीट विधानसभा सीट से चुनाव भी लड़ा लेकिन वह नाकामयाब रही थीं। अब जब प्रदेश के विधानसभा चुनाव में पुष्पम प्रिया का चर्चा होने लगा है।