Gang-raped in ambulance: शर्मनाक! बेहोशी की हालत में चलती एंबुलेंस में गैंगरेप, होमगार्ड भर्ती के दौरान बेहोश हुई थी युवती
Gang-raped in ambulance: बीएमपी-3 परेड ग्राउंड में होमगार्ड भर्ती की प्रक्रिया चल रही थी। इस दौरान 26 वर्षीय युवती अभ्यर्थी दौड़ते वक्त बेहोश हो गई। जिसे इलाज के लिए एंबुलेंस से मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया जा रहा था।
Girl Gang-raped in ambulance, image source: social media
- CCTV फुटेज और पीड़िता के बयान के आधार पर आरोपियों की पहचान
- आपातकालीन सेवाओं में तैनात लोग भी कर सकते हैं हैवानियत
- 26 वर्षीय युवती अभ्यर्थी दौड़ते वक्त हुई थी बेहोश
गयाजी: Girl Gang-raped in ambulance, बिहार के गयाजी जिले से एक बेहद ही शर्मनाक और झकझोर देने वाली घटना सामने आई है। इस घटना ने मानवता को सवालों के घेरे में ला दिया है। दरअसल यहां पर होमगार्ड भर्ती के दौरान एक युवती अभ्यर्थी बेहोश हो गई थी। जिसे एंबुलेंस से अस्पताल ले जाया जा रहा था, इसी दौरान एंबुलेंस के ड्राइवर और टेक्नीशिन ने युवती से गैंगरेप कर दिया।
मिली जानकारी के अनुसार बीएमपी-3 परेड ग्राउंड में होमगार्ड भर्ती की प्रक्रिया चल रही थी। इस दौरान 26 वर्षीय युवती अभ्यर्थी दौड़ते वक्त बेहोश हो गई। जिसे इलाज के लिए एंबुलेंस से मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया जा रहा था। इसी दौरान एंबुलेंस में मौजूद ड्राइवर विनय कुमार और टेक्नीशियन अजीत कुमार ने पीड़िता की बेहोशी का फायदा उठाकर उसके साथ चलती एंबुलेंस में गैंगरेप किया।
CCTV फुटेज और पीड़िता के बयान के आधार पर आरोपियों की पहचान
Gang-raped in ambulance , वहीं पीड़िता के होश में आने के बाद उसने डॉक्टरों को आपबीती सुनाई। जिसके बाद पुलिस ने महज दो घंटे के भीतर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। इस घटना को लेकर बोधगया थाना में मामला दर्ज हुआ और एफएसएल टीम को साक्ष्य जुटाने के लिए भेजा गया। जिसके बाद सीसीटीवी फुटेज और पीड़िता के बयान के आधार पर आरोपियों की पहचान हुई है।
इस गैंगरेप के हैरान कर देने वाले मामले में गया के एसएसपी आनंद कुमार ने कहा कि मामले की त्वरित जांच कराई जा रही है और दोषियों को जल्द से जल्द कड़ी सजा दिलाने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
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आपातकालीन सेवाओं में तैनात लोग भी कर सकते हैं हैवानियत
इस घटना के बाद से सवाल उठ रहे हैं कि आखिर – महिला सुरक्षाकर्मी को साथ क्यों नहीं भेजा गया? – क्या भर्ती स्थल पर पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था थी? – क्या पीड़िता को जानबूझकर बेहोश किया गया?
इस घटना ने एक बार फिर बड़ी प्रशासनिक लापरवाही को उजागर किया है। बल्कि यह भी साबित किया है कि आजकल किसी का भी भरोसा नहीं किया जा सकता, आपातकालीन सेवाओं में तैनात लोग भी हैवानियत कर सकते हैं।

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