पटना, 15 जुलाई (भाषा) राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने दावा किया है कि उनका ‘जन सुराज’ अभियान एक शक्तिशाली राजनीतिक विकल्प के रूप में लोकप्रिय हो रहा है, खासकर बिहार के मुसलमानों के बीच यह मुहिम जोर पकड़ रही है।
रविवार को हज भवन में एक समारोह को संबोधित करते हुए ‘इंडियन पॉलिटिकल एक्शन कमेटी’ (आई-पीएसी) के संस्थापक किशोर ने इस बात पर जोर दिया कि उनका अभियान मुस्लिम समुदाय के भीतर मजबूत पकड़ बना रहा है, जिसका उद्देश्य 2025 के विधानसभा चुनाव में एक राजनीतिक पार्टी के रूप में उभरना है।
इस कार्यक्रम में राज्य के पूर्व मंत्री मोनाजिर हसन और जन सुराज समर्थित एमएलसी (विधान परिषद के सदस्य) अफाक अहमद सहित प्रमुख मुस्लिम बुद्धिजीवियों ने भाग लिया तथा राज्य के राजनीतिक परिदृश्य में अल्पसंख्यक समुदाय की भागीदारी पर अपने विचार साझा किए।
राज्य में मुसलमानों के बीच सबसे पसंदीदा पार्टी माने जाने वाले राष्ट्रीय जनता दल (राजद) पर कटाक्ष करते हुए किशोर ने सीधे तौर पर उनका नाम लिए बिना कहा, ‘‘जबकि, दूसरे लोग लालटेन (राजद का चुनाव चिह्न) का आनंद ले रहे हैं, मुसलमानों को लालटेन के लिए ईंधन नहीं बनना चाहिए। उन्हें राजनीतिक बंधुआ मजदूर बनना बंद कर देना चाहिए और इसके बजाय महात्मा गांधी और बी.आर. आंबेडकर के आदर्शों में विश्वास रखने वाले हिंदुओं के साथ मिलकर अपने बच्चों के भविष्य के लिए मतदान करना चाहिए।’’
इससे पूर्व, किशोर ने आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में अपनी पार्टी के सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़ने की योजना की घोषणा की थी।
भाषा शफीक माधव
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