राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बनने के बाद पहली बार पटना पहुंचे नितिन नवीन, हुआ भव्य स्वागत

राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बनने के बाद पहली बार पटना पहुंचे नितिन नवीन, हुआ भव्य स्वागत

राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बनने के बाद पहली बार पटना पहुंचे नितिन नवीन, हुआ भव्य स्वागत
Modified Date: December 23, 2025 / 01:59 pm IST
Published Date: December 23, 2025 1:59 pm IST

पटना, 23 दिसंबर (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बनने के बाद नितिन नवीन मंगलवार को पहली बार पटना पहुंचे।

जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर भाजपा के बिहार प्रदेश अध्यक्ष संजय सरावगी ने उन्हें मखाना की माला पहनाकर स्वागत किया और उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने शॉल और पुष्पगुच्छ भेंट कर उनका अभिनंदन किया।

पैंतालिस वर्ष की आयु में भाजपा के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बने नितिन नवीन के स्वागत में पटना हवाई अड्डे से मिलर हाई स्कूल मैदान और भाजपा प्रदेश कार्यालय तक विशाल रोड शो निकाला गया, जिसे संगठन की ताकत, एकजुटता और जोश का प्रदर्शन माना जा रहा है।

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उप मुख्यमंत्री विजय सिन्हा के अलावा पार्टी के वरिष्ठ नेता ऋतुराज सिन्हा, मंगल पांडे, दिलीप जायसवाल, संजीव चौरसिया समेत कई नेताओं ने हवाई अड्डे पर नितिन नवीन का स्वागत किया।

हवाई अड्डे से निकलते ही कार्यकर्ताओं, भगवा झंडे, ढोल-नगाड़े और नारों के बीच नितिन नवीन का काफिला शहर की प्रमुख सड़कों से गुजरा। पार्टी नेताओं का कहना है कि यह रोड शो केवल स्वागत यात्रा नहीं, बल्कि बिहार भाजपा में नितिन नवीन की अहम भूमिका और हैसियत का स्पष्ट संदेश भी है।

मिलर हाई स्कूल मैदान में आयोजित भव्य स्वागत समारोह को लेकर विशेष तैयारियां की गई हैं। यहां बने विशाल मंच पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष की तस्वीरें लगाई गई हैं। मंच पर नितिन नवीन का औपचारिक अभिनंदन किया जाएगा। प्रदेश भर से आए भाजपा कार्यकर्ताओं की मौजूदगी में पहले उनका स्वागत होगा, इसके बाद पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के भाषण होंगे और अंत में नितिन नवीन कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे।

इस बीच, कार्यक्रम को लेकर सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। मिलर हाई स्कूल मैदान में प्रवेश के लिए कड़ी जांच व्यवस्था लागू की गई है। सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस बल तैनात है, ताकि कार्यक्रम शांतिपूर्ण और सुव्यवस्थित ढंग से संपन्न हो सके।

भाषा कैलाश

मनीषा

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