राजद प्रमुख ने यादव समुदाय को लुभाने की भाजपा की कोशिशों की खिल्ली उड़ाई |

राजद प्रमुख ने यादव समुदाय को लुभाने की भाजपा की कोशिशों की खिल्ली उड़ाई

राजद प्रमुख ने यादव समुदाय को लुभाने की भाजपा की कोशिशों की खिल्ली उड़ाई

:   Modified Date:  November 14, 2023 / 10:03 PM IST, Published Date : November 14, 2023/10:03 pm IST

पटना, 14 नवंबर (भाषा) राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद ने मंगलवार को बिहार की सबसे अधिक आबादी वाली जाति यादव समुदाय को लुभाने की भाजपा की कोशिशों की आलोचना की। यादव समुदाय करीब तीन दशकों से राजद के वफादार समर्थक माने जा रहे हैं ।

लालू प्रसाद (70) ने ‘‘गोवर्धन पूजा’’ के अवसर पर यहां इस्कॉन मंदिर में आयोजित एक समारोह के अपने संबोधन में भाजपा द्वारा आयोजित ‘‘यदुवंशी मिलन’’ समारोह का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘जब मुझे इस समारोह का निमंत्रण मिला तो मेरा घर से बाहर निकलने का मन नहीं हो रहा था, लेकिन फिर मैंने टीवी पर भाजपा द्वारा आयोजित समारोह देखा और यहां आने का निर्णय किया।’’

उन्होंने कहा, ‘‘एक के बाद एक भाजपा नेता मेरे खिलाफ बयानबाजी करते रहे। वे भगवान कृष्ण का नाम लेते हैं, लेकिन वे कंस (राक्षस राजा और भगवान कृष्ण के मामा) की तरह हैं। उन्हें इस बात का एहसास है कि राजनीति में मेरे आगे बढ़ने पर उनकी कोई हैसियत नहीं रह गयी है ।’’

मंडल लहर पर सवार होकर 1990 के दशक में बिहार के मुख्यमंत्री बनकर राष्ट्रीय राजनीतिक परिदृश्य पर पहचान बनाने वाले राजद प्रमुख ने उन दिनों को याद किया जब पिछड़े वर्ग अपने मताधिकार का प्रयोग करने में सक्षम नहीं थे क्योंकि मतदान केंद्रो पर धनबल के जरिए बाहुबलियों द्वारा कब्ज़ा कर लिया जाता था।

उन्होंने कहा, ‘‘पिछड़े वर्गों के पास संख्या थी। लेकिन वह राजनीति में प्रतिबिंबित नहीं हुआ। मेरे सत्ता संभालने के बाद यह बदल गया।’’

प्रसाद ने सात साल तक और उसके बाद उनकी पत्नी राबड़ी देवी ने अगले आठ साल तक राज्य पर शासन किया ।

राजद प्रमुख ने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय के उस बयान के लिये उन पर हमला बोला जिसमें उन्होंने किसी और को शीर्ष पद सौंपने के बजाय राबड़ी देवी को मुख्यमंत्री बनाने के प्रसाद के फैसले पर सवाल उठाया था।

उन्होंने अपने ट्रेडमार्क चुटीलेपन के साथ कहा, ‘‘राय को मुझे बताना चाहिए कि क्या उन्हें मुझसे उम्मीद थी कि मैं उनकी पत्नी को मुख्यमंत्री बनाऊंगा।’’

प्रसाद ने यह भी आरोप लगाया कि राय ने राजद में प्रवेश के लिए उनसे संपर्क किया था लेकिन वे भाजपा में अपने वरिष्ठों के वादे से बहक गए जिन्होंने उन्हें बिहार का मुख्यमंत्री बनाने का वादा किया था।

उन्होंने कहा कि वह खुद को कृष्ण का भक्त कहते हैं लेकिन नरेंद्र मोदी का नाम ऐसे जपते हैं जैसे प्रधानमंत्री उनके देवता हों।

राजद सुप्रीमों ने यह भी आरोप लगाया कि गोरक्षा की बात करने वाले राय खुद मवेशियों के व्यापार में शामिल थे । उन्होंने कहा कि अगर हम उसके खिलाफ तेज प्रताप (प्रसाद के बड़े बेटे) को मैदान में उतारेंगे तो उनकी जमानत जब्त हो जाएगी।

प्रसाद ने अपने पूर्व सहयोगी और 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले राजद छोड़कर भाजपा में शामिल होने वाले राम कृपाल यादव पर भी निशाना साधा। यादव नरेंद्र मोदी के पहले कार्यकाल में केंद्रीय मंत्री के रूप में कार्य किया था ।

राजद सुप्रीमो ने आरोप लगाया, ‘‘पटना के सभी लोग जानते हैं कि राम कृपाल ने होटल और अन्य व्यवसायों पर कब्जा करके बिहार में मेरी सरकार को बदनाम किया।’’

बिहार की नीतीश कुमार सरकार की प्रशंसा करते हुए प्रसाद ने कहा, ‘‘आरक्षण को 75 प्रतिशत तक बढ़ाने का कदम कोई छोटा कदम नहीं है। साथ ही सरकार सरकारी नौकरियां देने का अपना वादा भी पूरा कर रही है। लाखों भर्तियां हो चुकी हैं और कई भर्ती होने वाली हैं।’’

भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी को गिरफ्तार करने और राम रथ यात्रा को रोकने के बाद से मुस्लिम समुदाय का अटूट समर्थन हासिल करने वाले लालू प्रसाद ने देश में मौजूदा केंद्र सरकार के कार्यकाल के दौरान ‘‘धार्मिक उन्माद’’ बढ़ने का आरोप लगाया और इस पर चिंता जाहिर की ।

भाषा अनवर रंजन

रंजन

 

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