IBC24 Swarna Sharda Scholarship 2024: अंकिता ने बढ़ाया जिले का मान.. माता-पिता और गुरुजनों के आशीर्वाद से हासिल किया 94.50% अंक, अब IBC24 ने किया स्कॉलरशिप से सम्मानित..
ग्रामीण परिवेश में रहने वाली अंकिता भरतपुर गांव में अपने माता पिता भाई और बहन के साथ रहती है । पिता राकेश और माँ सिन्नु रजक जनकपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में ही लांड्री का काम करते है।
IBC24 Swarna Sharda Scholarship 2024 | Manendragarh-Bharatpur-Chirmiri 12th Topper Ankita Rajak News
IBC24 Swarna Sharda Scholarship 2024: रायपुर। छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश के प्रतिष्ठित समाचार चैनल IBC24.. खबरों के साथ-साथ लगातार अपने सामाजिक सरोकारों को भी निभाता आया है। समय-समय पर अलग-अलग कार्यक्रम आयोजित कर अपने विधाओं में बेहतरीन कार्य कर रहे लोगों को सम्मानित करता रहा है। इन कार्यक्रमों में एक स्वर्ण शारदा स्कॉलरशिप कार्यक्रम भी शामिल है। जिसके जरिए प्रदेश के होनहार बेटे-बेटियों का हौसला बढ़ाने के लिए प्रदेश का नंबर वन चैनल IBC24 स्कॉलरशिप राशि प्रदान करता है। इस वर्ष भी छत्तीसगढ़ के स्वर्ण शारदा स्कॉलरशिप कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। जिसमें प्रदेश की 12वीं की बोर्ड परीक्षा में स्टेट टॉपर बेटी को 1 लाख रुपए, उनके स्कूल को 1 लाख रुपए और जिले में प्रथम आने वाली बेटियों को 50-50 हजार रुपए प्रदान किया गया।
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इसी क्रम में छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में आज सीएम विष्णु देव साय ने प्रदेश में टॉप करने वालें 49 छात्रों को स्वर्ण शारदा स्कॉलरशिप से सम्मानित किया। सीएम विष्णु देव साय ने इस दौरान सभी छात्र और छात्रों को सिर में हाथ रखकर उन्हें आशीर्वाद दिया और उन्हें आगे बढ़ने की शुभकामनाएं दी।
बता दें कि, मनेन्द्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर जिले के सुदूर वनांचल विकासखंड भरतपुर की अंकिता रजक ने बारहवीं में पहला स्थान प्राप्त किया है। घर की आर्थिक स्तिथि अच्छी नही होने के कारण अंकिता ने कोई ट्यूशन नही लिया और अपनी मेहनत से बारहवीं में 91.20 प्रतिशत अंक हासिल कर अपने परिवार का मान सम्मान बढ़ाया। दसवीं में अंकिता को 91.17 प्रतिशत अंक मिले थे।
ग्रामीण परिवेश में रहने वाली अंकिता भरतपुर गांव में अपने माता पिता भाई और बहन के साथ रहती है । पिता राकेश और माँ सिन्नु रजक जनकपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में ही लांड्री का काम करते है। पढ़ाई के लिए अपने घर से तीन किलोमीटर का पैदल सफर कर वह स्वामी आत्मानंद स्कूल जनकपुर जाती थी और इतना ही सफर कर वापस घर आती थी। अंकिता की पढ़ाई के प्रति मेहनत और लगन ही है कि उसे 500 में से 456 अंक प्राप्त हुए जिसमे बायोलॉजी में 100 में से 100 अंक मिले। पढ़ाई के साथ साथ वह डांसिंग का भी शौक रखती है और आंगे चलकर न्यूरो साइंटिस्ट बनना चाहती है।

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