International Day of Innocent Children Victims of Aggression 2023: लेबनान युध्द पीड़ितों पर केंद्रित रहा ये दिन, जानें इतिहास और महत्व

International Day of Innocent Children Victims of Aggression 2023: लेबनान युध्द पीड़ितों पर केंद्रित रहा ये दिन, जानें इतिहास और महत्व

International Day of Innocent Children Victims of Aggression 2023

Modified Date: June 4, 2023 / 08:40 am IST
Published Date: June 4, 2023 8:40 am IST

नई दिल्ली: हर साल 4 जून को, संयुक्त राष्ट्र (यूएन) दुनिया भर में शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक शोषण के शिकार बच्चों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए आक्रामकता के शिकार मासूम बच्चों का अंतर्राष्ट्रीय दिवस (International Day of Innocent Children Victims of Aggression) मनाता है। जाहिर हैं, इसके माध्यम से संयुक्त राष्ट्र बच्चों के अधिकारों के संरक्षण के लिए अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है।

4 june 2023 event

Weather Update : इन राज्यों में होगी भारी बारिश, IMD ने बताया जून में कैसा रहेगा मौसम का मिजाज

क्या हैं इस दिन का इतिहास?

 ⁠

आक्रमण के शिकार मासूम बच्चों का पहला अंतर्राष्ट्रीय दिवस 19 अगस्त, 1982 को मनाया गया। उस समय, दिन लेबनान युद्ध के पीड़ितों पर केंद्रित था। 1982 के लेबनान युद्ध में, फिलिस्तीन लिबरेशन ऑर्गनाइजेशन और इजरायल डिफेंस फोर्सेज के बीच बार-बार हमले और पलटवार के बाद इजरायल की सेना ने दक्षिणी लेबनान पर आक्रमण किया। आक्रमण इजरायली राजदूत की हत्या के प्रयास के बाद किया गया था।

Kabir Jayanti 2023 : आज मनाई जा रही है कबीर दास की जयंती, जानें उनके जीवन से जुड़े ऐतिहासिक तथ्य

जाने इस दिवस का महत्व

यद्यपि पहली बार आक्रमण के शिकार मासूम बच्चों का अंतर्राष्ट्रीय दिवस लेबनान युद्ध के पीड़ितों पर केंद्रित था, लेकिन इसका दायरा “दुनिया भर में बच्चों द्वारा झेले गए दर्द को स्वीकार करने के लिए बढ़ाया गया था जो शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक शोषण के शिकार हैं”। (International Day of Innocent Children Victims of Aggression) यह दिन बच्चों और उनके अधिकारों की रक्षा के प्रति संयुक्त राष्ट्र की प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है। संयुक्त राष्ट्र महासभा ने संकल्प ES-7/8 के तहत निर्णय लिया कि प्रत्येक वर्ष 4 जून को यह दिवस मनाया जाएगा।

देश दुनिया की बड़ी खबरों के लिए यहां करें क्लिक


लेखक के बारे में

A journey of 10 years of extraordinary journalism.. a struggling experience, opportunity to work with big names like Dainik Bhaskar and Navbharat, priority given to public concerns, currently with IBC24 Raipur for three years, future journey unknown