Aadhaar नंबर से खाली किया जा सकता है बैंक एकाउंट? जानिए इस बात का सच

आधार कार्ड (Aadhaar Card) आज भारत के हर नागरिक के लिए जरूरी है। आधार कार्ड (Aadhaar Card) के बिना अब बैंक अकाउंट नहीं खुल सकता, सरकारी स्कीम्स का फायदा नहीं मिलता, बच्चों के एडमिशन नहीं हो पाता और यहां तक की कोरोना वैक्सीन के लिए भी जरूरी है।

Aadhaar नंबर से खाली किया जा सकता है बैंक एकाउंट? जानिए इस बात का सच
Modified Date: November 29, 2022 / 08:56 pm IST
Published Date: January 13, 2022 11:08 am IST

नई दिल्ली। आधार कार्ड (Aadhaar Card) आज भारत के हर नागरिक के लिए जरूरी है। आधार कार्ड (Aadhaar Card) के बिना अब बैंक अकाउंट नहीं खुल सकता, सरकारी स्कीम्स का फायदा नहीं मिलता, बच्चों के एडमिशन नहीं हो पाता और यहां तक की कोरोना वैक्सीन के लिए भी जरूरी है। आधार की इसी आवश्कता ने इससे जुड़े फ्रॉड को भी बढ़ा दिया है। आधार फ्रॉड (Aadhaar Fraud) से जुड़े कई सवालों के जवाब हम आपको यहां बताने जा रहे हैं। कई जरूरी प्रश्नों के उत्तर खुद आधार कार्ड जारी करने वाली संस्था UIDAI (Unique identification authority of India) ने दिए हैं।

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क्या आधार नंबर के जरिए खाली किया जा सकता है बैंक अकाउंट?

आज हम सभी के बैंक खाते आधार कार्ड से लिंक हैं। ऐसे में लोगों को ये सवाल काफी परेशान करता है कि क्या आधार नंबर से फ्रॉड किया जा सकता है? इस सवाल का जवाब ढूंढने जब हम आधार की आधिकारिक वेबसाइट UIDAI पर गए तो हम सभी के कन्फ्यूजन को दूर करने के लिए इसका जवाब भी उपलब्ध है। UIDAI का कहना है कि जिस प्रकार केवल आपका बैंक खाता नंबर जानने से कोई आपके खाते से पैसे नहीं निकाल सकता है, उसी तरह केवल आपका आधार नंबर जानने से कोई भी आधार से जुड़े बैंक खाते से पैसे नहीं निकाल सकता है।

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अगर किसी के पास आपका आधार नंबर हो तो क्या कोई दूसरा आपके बैंक खाते से पैसे निकाल सकता है?

नहीं, जिस तरह किसी दूसरे का सिर्फ खाता नंबर जानकर कोई उस खाते से पैसे नहीं निकाल सकता। वैसे ही खाते से जुड़ा आधार नंबर जानकर कोई उससे जुड़े खाते से पैसे भी नहीं निकाल सकता। खाते से पैसे निकालने के लिए बैंक की एक तय प्रक्रिया होती है, जिसमें खाताधारक का स्वयं ब्रांच में मौजूद रहना, या फिर उसके चेक पर सही हस्ताक्षर का होना, या फिर एटीएम या डिजिटल ट्रांजेक्शन के लिए पिन, ओटीपी, पासवर्ड का होना जरूरी है। वहीं नए पासवर्ड या पिन के लिए भी बैंक कई जानकारियों को एक साथ भरने के लिए कहते हैं, सिर्फ एक जानकारी पर नए पासवर्ड या पिन इश्यू नहीं किए जाते। ऐसे में आधार नंबर की जानकारी किसी को भी देने में कोई नुकसान नहीं है।

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अगर किसी के साथ आधार जुड़ा फ्रॉड हुआ है तो उनसे ये गलती हुई होगी?

फ्रॉड करने वाले बड़ी रकम का लालच या कार्ड ब्लॉक होने की बात कहकर या फिर किसी और तरह से आपकी निजी जानकारियां मांगते हैं। जिसमें जन्म की तारीख, पैन कार्ड की जानकारी, यूजर आईडी, ओटीपी, पासवर्ड या पिन आदि शामिल होते हैं। बैंक और सरकार लगातार लोगों को समझाती रहती है कि बैंक के कर्मचारी कभी भी आपसे ये जानकारी नहीं मांगते हैं। अक्सर लोग अनजाने नंबरों से आए किसी फोन पर जालसाज की बातों में आकर अपनी निजी जानकारियां दे देते हैं और नुकसान उठा लेते हैं। बैंक साफ कहते हैं कि किसी भी स्थिति में किसी को भी अपना ओटीपी, पिन, पासवर्ड, या यूजर आईडी न बताएं। वहीं कोई भी शंका हो तो बेहतर है कि अपने बैंक की ब्रांच पर संपर्क करें।

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क्या हो अगर आधार कार्ड किसी जालसाज के हाथ पड़ जाए और आपके नाम से खाता खुलवाने की कोशिश करे?

कुछ नहीं। सरकारी नियमों के मुताबिक अन्य कागजातों के साथ साथ आधार कार्ड के जरिए बैंक खाता खुलवाया जा सकता है। हालांकि आधार कार्ड मिलने के बाद बैंकों को खाता खुलवाने की पूरी प्रक्रिया अपनानी पड़ती है और वेरीफिकेशन पूरा करना पड़ता है। ऐसे में सिर्फ आधार कार्ड की कॉपी ले जाकर कोई जालसाज बिना आपकी सहमति आपके नाम से खाता नहीं खुलवा सकता। अगर ऐसा होता है तो इसे बैंक की गलती माना जाएगा, आधार कार्ड धारक की नहीं।


लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com