बैंक ऑफ इंडिया का शुद्ध लाभ मार्च तिमाही में सात प्रतिशत बढ़कर 1,439 करोड़ रुपये पर

बैंक ऑफ इंडिया का शुद्ध लाभ मार्च तिमाही में सात प्रतिशत बढ़कर 1,439 करोड़ रुपये पर

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  • Publish Date - May 10, 2024 / 06:56 PM IST,
    Updated On - May 10, 2024 / 06:56 PM IST

नयी दिल्ली, 10 मई (भाषा) सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ऑफ इंडिया (बीओआई) का वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही में शुद्ध लाभ सात प्रतिशत बढ़कर 1,439 करोड़ रुपये हो गया।

बैंक का वित्त वर्ष 2022-23 की चौथी तिमाही (जनवरी-मार्च) में शुद्ध लाभ 1,350 करोड़ रुपये रहा था।

बीओआई ने शुक्रवार को शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि समीक्षाधीन तिमाही में उसकी कुल आय बढ़कर 17,913 करोड़ रुपये हो गई, जबकि पिछले वर्ष इसी अवधि में यह 16,549 करोड़ रुपये थी।

आलोच्य अवधि में बैंक की शुद्ध ब्याज आय (एनआईआई) बढ़कर 5,937 करोड़ रुपये हो गई, जो पिछले साल इसी तिमाही में 5,523 करोड़ रुपये थी।

परिसंपत्ति गुणवत्ता के मामले में, बैंक की सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्तियां (एनपीए) 31 मार्च 2024 तक कुल कर्जों का 4.98 प्रतिशत तक आ गईं, जो मार्च 2023 के अंत में 7.31 प्रतिशत थीं।

शुद्ध एनपीए भी घटकर कर्जों का 1.22 प्रतिशत रह गया, जो मार्च 2023 के अंत में 1.66 प्रतिशत था।

हालांकि बैंक को फंसे कर्ज के लिए अपना प्रावधान बढ़ाकर 2,043 करोड़ रुपये करना पड़ा जो एक साल पहले इसी तिमाही में 546 करोड़ रुपये था।

बैंक का समूचे वित्त वर्ष 2023-24 में शुद्ध लाभ 57 प्रतिशत बढ़कर 6,318 करोड़ रुपये हो गया, जबकि वित्त वर्ष 2022-23 में यह 4,023 करोड़ रुपये था। इस दौरान कुल आय बढ़कर 66,804 करोड़ रुपये हो गई, जबकि वित्त वर्ष 2022-23 में यह 54,748 करोड़ रुपये थी।

इस बीच बैंक के निदेशक मंडल ने 10 रुपये अंकित मूल्य वाले प्रत्येक शेयर पर 2.80 रुपये यानी 28 प्रतिशत का लाभांश देने की सिफारिश की है। इस प्रस्ताव को आगामी वार्षिक आम बैठक में मंजूरी के लिए रखा जाएगा।

भाषा निहारिका प्रेम

प्रेम

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