2026 में परिवहन मंत्रालय के एजेंडे में बाधारहित टोलिंग, सड़क सुरक्षा शीर्ष पर

2026 में परिवहन मंत्रालय के एजेंडे में बाधारहित टोलिंग, सड़क सुरक्षा शीर्ष पर

2026 में परिवहन मंत्रालय के एजेंडे में बाधारहित टोलिंग, सड़क सुरक्षा शीर्ष पर
Modified Date: December 26, 2025 / 01:40 pm IST
Published Date: December 26, 2025 1:40 pm IST

(विजय कुमार सिंह)

नयी दिल्ली, 26 दिसंबर (भाषा) देश के राष्ट्रीय राजमार्गों पर निर्बाध, बाधारहित टोलिंग को लागू करना और एक नया सड़क सुरक्षा विधेयक पारित कराना 2026 में सड़क परिवहन मंत्रालय की शीर्ष प्राथमिकताएं होंगी।

मंत्रालय सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों को कम करने पर खासतौर से जोर दे रहा है। इस समय सड़क दुर्घटनाओं में हर साल लगभग 1.8 लाख लोगों की जान जाती है।

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सड़क परिवहन मंत्रालय ने अगले साल उद्घाटन के लिए राष्ट्रीय राजमार्गों और एक्सप्रेसवे की एक प्रभावशाली सूची तैयार की है। इनमें लंबे समय से लंबित 1,362 किलोमीटर लंबा दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे (नवंबर 2026 तक पूरा होगा), अमृतसर-जामनगर राजमार्ग (दिसंबर 2026 तक), बेंगलुरु-चेन्नई एक्सप्रेसवे (जून 2026 तक), अहमदाबाद-धोलेरा एक्सप्रेसवे (मार्च 2026 तक), इंदौर-हैदराबाद राजमार्ग (मई 2026 तक) और दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे (जनवरी 2026 तक) शामिल हैं।

सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने एक साक्षात्कार में पीटीआई-भाषा से कहा, ”हम देशभर के राष्ट्रीय राजमार्गों पर निर्बाध, बाधारहित टोलिंग प्रणालियां स्थापित करने की योजना बना रहे हैं। शुरुआती तौर पर इसके लिए हमने 10 निविदाएं निकाली हैं। टोल संग्रह की लागत वर्तमान में कुल टोल संग्रह के लगभग 15 प्रतिशत से घटकर तीन प्रतिशत तक आ जाएगी।”

उन्होंने कहा कि अगर सालाना 50–60 हजार करोड़ रुपये का टोल संग्रह होता है, तो साल में लगभग 8,000 करोड़ रुपये तक की बचत हो सकती है। इससे खामियां भी दूर होंगी और टोल प्लाजा पर प्रतीक्षा समय भी घटेगा।

यह नई प्रणाली एकीकृत प्रौद्योगिकियों के उपयोग से बाधारहित टोलिंग को बढ़ावा देती है, जिसमें कृत्रिम बुद्धिमत्ता आधारित विश्लेषण के साथ स्वचालित नंबर प्लेट पहचान और आरएफआईडी आधारित इलेक्ट्रॉनिक टोल संग्रह प्रणाली फास्टैग शामिल है।

सड़क सुरक्षा के बारे में गडकरी ने कहा कि मंत्रालय एक नया सड़क सुरक्षा विधेयक तैयार करेगा, जिसे संसद के अगले सत्र में पेश किया जाएगा।

उन्होंने कहा, ”हम लगातार सड़क सुरक्षा पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। इसमें कई समस्याएं हैं। हम फिर से प्रयास करेंगे और एक नया सड़क सुरक्षा विधेयक लाएंगे, और हमारा प्रयास रहेगा कि इसे अगले ही सत्र में संसद के समक्ष रखा जाए।”

गडकरी ने यह भी कहा कि 13 किलोमीटर लंबी जोजिला सुरंग परियोजना, जो एशिया की सबसे लंबी सुरंग बनने जा रही है, का उद्घाटन भी अगले वर्ष अप्रैल में किया जाएगा। जोजिला सुरंग परियोजना श्रीनगर और लेह के बीच हर मौसम में संपर्क उपलब्ध कराने के लिए एक महत्वपूर्ण कड़ी है।

भाषा पाण्डेय

पाण्डेय


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