चंदन, काली हल्दी की खेती करने के लिए सीएपीएफ अधिकारी ने छोड़ी नौकरी

चंदन, काली हल्दी की खेती करने के लिए सीएपीएफ अधिकारी ने छोड़ी नौकरी

चंदन, काली हल्दी की खेती करने के लिए सीएपीएफ अधिकारी ने छोड़ी नौकरी
Modified Date: December 4, 2022 / 04:46 pm IST
Published Date: December 4, 2022 4:46 pm IST

(तस्वीर के साथ)

नयी दिल्ली, चार दिसंबर (भाषा) केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) के एक अधिकारी ने अपनी नौकरी छोड़कर सफेद चंदन और काली हल्दी की खेती शुरू की है।

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इस कवायद का एक मकसद उत्तर भारत में इन उत्पादों की खेती शुरू कर ग्रामीण युवाओं के लिए रोजगार के मौके तैयार करना भी है।

उत्तर प्रदेश के उत्कृष्ट पांडेय ने 2016 में सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) में सहायक कमांडेंट की अपनी नौकरी छोड़ दी और लखनऊ से लगभग 200 किलोमीटर दूर प्रतापगढ़ के भदौना गांव में अपनी कंपनी मार्सेलोन एग्रोफार्म शुरू की।

पांडेय ने कहा कि मैं चाहता हूं कि युवा देश को आत्मनिर्भर बनाने में मदद करें। उन्होंने 2016 में नौकरी छोड़ दी और कई विकल्पों पर विचार करने के बाद सफेद चंदन और काली हल्दी की खेती करने का फैसला किया।

उन्होंने कहा, ‘‘हर किसी का विचार था कि चंदन केवल दक्षिण भारत में ही हो सकता है, लेकिन मैंने अधिक विस्तार से अध्ययन किया और पाया कि हम उत्तर भारत में भी इसे उगा सकते हैं।’’ इसके बाद उन्होंने बेंगलुरु स्थित ‘इंस्टिट्यूट ऑफ वुड साइंस एंड टेक्नोलॉजी’ (आईडब्ल्यूएसटी) में पढ़ाई की।

उन्होंने दावा किया कि एक किसान लगभग 250 पेड़ों के 14-15 साल में पूरी तरह विकसित होने पर दो करोड़ रुपये से अधिक कमा सकता है। इसी तरह, काली हल्दी की कीमत 1,000 रुपये प्रति किलोग्राम तक है।

भाषा पाण्डेय अजय

अजय


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