नयी दिल्ली, 10 जून (भाषा) भारत में कॉरपोरेट क्षेत्र में अगले तीन महीनों के लिए भर्ती परिदृश्य स्थिर है। इसे निजी सेवा क्षेत्र में मजबूत वृद्धि और वैश्विक व्यापार में बदलाव से होने वाले आर्थिक लाभ से समर्थन मिलेगा।
मैनपावरग्रुप के ताजा रोजगार परिदृश्य सर्वेक्षण में यह बात कही गई। मंगलवार को जारी इस रिपोर्ट के अनुसार नियोक्ताओं ने 42 प्रतिशत का शुद्ध रोजगार परिदृश्य (एनईओ) बताया, जो वैश्विक स्तर पर दूसरा सबसे अधिक है।
एनईओ की गणना नियुक्ति करने की योजना बनाने वाले नियोक्ताओं से उन नियोक्ताओं के प्रतिशत को घटाकर की जाती है, जिन्हें कर्मचारियों की संख्या में कमी की आशंका है।
मैनपावरग्रुप भारत और पश्चिम एशिया के प्रबंध निदेशक संदीप गुलाटी ने कहा, ”2025 की तीसरी तिमाही में प्रवेश करने के साथ भारत का रोजगार परिदृश्य मजबूत बना हुआ है, जिसमें 42 प्रतिशत का एनईओ है, जो वैश्विक स्तर पर काफी अधिक है। पिछली तिमाही से मामूली गिरावट के बावजूद, 12 अंकों की सालाना वृद्धि नियोक्ताओं के लगातार विश्वास और श्रम बाजार में अच्छी की गति को दर्शाती है।”
सर्वेक्षण के निष्कर्षों के अनुसार, 54 प्रतिशत नियोक्ता भर्ती में वृद्धि की उम्मीद करते हैं, 32 प्रतिशत मौजूदा कर्मचारी स्तर को बनाए रखने की उम्मीद करते हैं और 12 प्रतिशत को कमी की आशंका है।
वैश्विक स्तर पर, संयुक्त अरब अमीरात में 48 प्रतिशत का सबसे मजबूत एनईओ रहा। उसके बाद भारत (42 प्रतिशत), कोस्टा रिका (41 प्रतिशत) और ब्राजील (33 प्रतिशत) का स्थान है।
भाषा पाण्डेय रमण
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