रक्षा मंत्रालय ने बीईएल के साथ 3,700 करोड़ रुपये के दो अनुबंध पर हस्ताक्षर किये |

रक्षा मंत्रालय ने बीईएल के साथ 3,700 करोड़ रुपये के दो अनुबंध पर हस्ताक्षर किये

रक्षा मंत्रालय ने बीईएल के साथ 3,700 करोड़ रुपये के दो अनुबंध पर हस्ताक्षर किये

:   Modified Date:  March 23, 2023 / 09:45 PM IST, Published Date : March 23, 2023/9:45 pm IST

नयी दिल्ली, 23 मार्च (भाषा) रक्षा मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लि. (बीईएल) के साथ 3,700 करोड़ रुपये के दो अनुबंध पर हस्ताक्षर किये। ये अनुबंध राडार और रिसीवर के लिये है। इससे भारतीय वायुसेना की परिचालन क्षमता मजबूत होगी।

वायुसेना ने एक बयान में कहा कि 2,800 करोड़ रुपये से अधिक का पहला अनुबंध मध्यम शक्ति वाले राडार (एमपीआर) ‘अरुधरा’ की आपूर्ति के लिये है। दूसरा, लगभग 950 करोड़ रुपये का ऑर्डर 129 डीआर-118 राडार चेतावनी रिसीवर ( आरडब्ल्यूआर) के लिये है।

दोनों परियोजनाएं स्वदेशी रूप से डिजाइन, विकसित और विनिर्मित श्रेणी के अंतर्गत हैं। परियोजनाओं का उद्देश्य वायु सेना की निगरानी व्यवस्था और इलेक्ट्रॉनिक युद्ध क्षमताओं को बढ़ाना है।

बयान में कहा गया है, ‘‘यह कदम रक्षा विनिर्माण क्षेत्र में ‘आत्मनिर्भर भारत’ की भावना के अनुरूप है। यह रक्षा विनिर्माण में आत्मनिर्भर होने को हकीकत रूप देने में मददगार होगा।’’

मध्यम शक्ति राडार-अरुधरा को रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) ने स्वदेशी रूप से डिजाइन और विकसित किया है। इसका विनिर्माण बीईएल करेगी। इसका सफल परीक्षण भारतीय वायुसेना पहले ही कर चुकी है।

यह राडार वायुसेना की हवाई लक्ष्यों की निगरानी, ​​पता लगाने और उसपर नजर रखने की क्षमता को सुदृढ़ करेगा।

राडार चेतावनी रिसीवर सुखोई-30एमकेआई विमान की इलेक्ट्रॉनिक युद्ध क्षमताओं में काफी वृद्धि करेगा। इसके ज्यादतर कलपुर्जे, उपकरण स्वदेशी निर्माताओं से प्राप्त किये जाएंगे।

भाषा रमण अजय

अजय

 

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