नयी दिल्ली, 10 जून (भाषा) दुर्लभ खनिज चुंबक की आपूर्ति में एक महीने से अधिक समय तक व्यवधान से इलेक्ट्रिक मॉडल सहित यात्री वाहनों के उत्पादन पर असर पड़ सकता है।
एक रिपोर्ट में मंगलवार को यह बात कही गई। इसके मुताबिक अगर ऐसा हुआ तो इससे घरेलू वाहन उद्योग की वृद्धि की गति बाधित हो सकती है।
क्रिसिल रेटिंग्स ने एक बयान में कहा कि यदि चीन द्वारा निर्यात प्रतिबंध और निर्यात की मंजूरी में देरी जारी रहती है, तो दुर्लभ खनिज चुंबक भारत के वाहन क्षेत्र के लिए एक प्रमुख आपूर्ति-पक्ष के जोखिम के रूप में उभर सकता है।
क्रिसिल रेटिंग्स के वरिष्ठ निदेशक अनुज सेठी ने कहा, ”आपूर्ति में कमी ऐसे समय में हुई, जब वाहन क्षेत्र तेजी से ईवी को बढ़ावा देने की तैयारी कर रहा है। एक दर्जन से अधिक नए इलेक्ट्रिक मॉडल पेश करने की योजना बनाई गई है, जिनके लिए दुर्लभ खनिज मैग्नेट महत्वपूर्ण है।
उन्होंने कहा कि अधिकांश वाहन विनिर्माताओं के पास इस समय चार से छह सप्ताह की व्यवस्था है, लेकिन लंबे समय तक देरी से वाहन उत्पादन प्रभावित हो सकता है।
इन चुंबक का वाहन की लागत में काफी कम योगदान है, लेकिन ये ईवी मोटर और इलेक्ट्रिक स्टीयरिंग प्रणाली के लिए बेहद जरूरी हैं।
भाषा पाण्डेय रमण
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