कीटनाशकों पर आयात शुल्क में वृद्धि से किसान प्रभावित होंगे: धानुका एग्रीटेक | Farmers to be affected by increase in import duty on pesticides: Dhanuka Agritech

कीटनाशकों पर आयात शुल्क में वृद्धि से किसान प्रभावित होंगे: धानुका एग्रीटेक

कीटनाशकों पर आयात शुल्क में वृद्धि से किसान प्रभावित होंगे: धानुका एग्रीटेक

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 07:55 PM IST, Published Date : November 25, 2020/2:35 pm IST

नई दिल्ली, 25 नवंबर (भाषा) कीटनाशक कारोबारी धानुका एग्रीटेक के अध्यक्ष आर जी अग्रवाल ने बुधवार को कहा कि कार्टैप हाइड्रोक्लोराइड जैसे कीटनाशक भारत में नहीं बनते हैं और उनपर सीमा शुल्क को बढ़ाने से ये उत्पाद, घरेलू किसानों के लिए महंगे हो जाएंगे।

उन्होंने पीटीआई-भाषा कहा कि दुनिया में कहीं और विकसित किए गए नए और प्रभावी कीटनाशक ‘दावाएं’ भारतीय किसानों को सस्ती दर पर उपलब्ध करायी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि नए कीटनाशक ‘पदार्थों’ का आयात कम सीमाशुल्क पर करने की अनुमति दी जानी चाहिए, जहां भारत ने इस तरह के उत्पादों के अनुसंधान पर कोई निवेश नहीं किया है। उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में भारत में इस्तेमाल किए जाने वाले कीटनाशकों को यहां विकसित नहीं किया गया है।

भारत, नई प्रौद्योगिकी कीटनाशकों के लिए जापान, अमेरिका और यूरोप पर निर्भर करता है।

पिछले हफ्ते, पेस्टीसाइड्स मैन्युफैक्चरर्स एंड फॉर्म्युलेटर्स एसोसिएशन ऑफ़ इंडिया (पीएमएफएआई) ने सरकार से आग्रह किया था कि घरेलू कृषि रसायन उद्योग की सुरक्षा के लिए ‘टेक्नीकल’ और तैयार कीटनाशकों पर आयात शुल्क को 10 प्रतिशत से बढ़ाकर 20-30 प्रतिशत किया जाना चाहिए।

अग्रवाल ने कहा कि कीटनाशक उद्योग के एक वर्ग द्वारा ‘आत्मानिर्भर भारत’ के नाम पर आयात शुल्क में वृद्धि की मांग पर तंज करते हुए अग्रवाल ने कहा कि वे अपने व्यवसाय की रक्षा के लिए ऐसा कर रहे हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘आयात शुल्क में बढ़ोतरी की मांग करने वालों के पास कोई अंतर्राष्ट्रीय गठजोड़ नहीं हैं। उनके पास नई तकनीक तक पहुंच नहीं है। यही कारण है कि वे आयात शुल्क में वृद्धि करके नई प्रौद्योगिकी को प्रतिबंधित करना चाहते हैं या रोकना चाहते हैं ताकि यह अनुपलब्ध हो जाए और वे अपने पुराने ‘रसायनों’ की बिक्री जारी रख सकें।’’

भाषा राजेश राजेश मनोहर

मनोहर

 

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