औद्योगिक श्रमिकों संबंधी खुदरा मूल्य सूचकांक का सात दशक का डिजिटल संकलन जारी किया गंगवार ने

औद्योगिक श्रमिकों संबंधी खुदरा मूल्य सूचकांक का सात दशक का डिजिटल संकलन जारी किया गंगवार ने

औद्योगिक श्रमिकों संबंधी खुदरा मूल्य सूचकांक का सात दशक का डिजिटल संकलन जारी किया गंगवार ने
Modified Date: November 29, 2022 / 07:54 pm IST
Published Date: March 18, 2021 2:54 pm IST

नयी दिल्ली, 18 मार्च (भाषा) केन्द्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री संतोष कुमार गंगवार ने गुरुवार को औद्योगिकी श्रमिकों संबंधी उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) से जुड़े सात दशक से अधिक समय के आंकड़ों का एक डिजटल संकलन जारी किया।

इस संकलन से शोधकर्ताओं, नीति-निर्माताओं और छात्रों को सुविधा होगी।

इस अवसर पर गंगवार ने कहा कि सात दशकों से अधिक समय तक के सीपीआई-आईडब्ल्यू पर ऐतिहासिक आकड़ों के डिजिटलीकरण और संकलन के रूप में प्रस्तुति इस विषय पर आकड़ों की कमी को दूर करेगी और यह मूल्य सूचकांक या अन्य आंकड़ों का संकलन करने वाली दूसरी एजेंसियों के लिए प्रेरणादायी सिद्ध होगा।

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उन्होंने कहा कि संकलन अपने तरह का पहला प्रकाशन है और यह ऐसे समय में जारी किया जा रहा है, जब श्रम ब्यूरो अपनी स्थापना का शताब्दी वर्ष मना रहा है।

श्रम ब्यूरो, सूचकांक संकलन और श्रम आंकड़ों पर इस देश का अग्रणी सार्वजनिक संस्थान है।

श्रम ब्यूरो ने 1945 से सूचकांक का संकलन करना शुरू किया। उपयोगकर्ताओं की मांग को पूरा करने के उद्देश्य से, श्रम ब्यूरो ने 1995 से औद्योगिक श्रमिकों के लिए उपभोक्ता मूल्य सूचकांक पर वार्षिक रिपोर्ट प्रकाशित करना शुरू किया, जिसमें प्रत्येक केंद्र के लिए उपसमूह सूचकांक का विवरण भी उपलब्ध था।

श्रम एवं रोजगार सचिव अपूर्व चंद्रा ने कहा कि औद्योगिक श्रमिकों के लिए उपभोक्ता मूल्य सूचकांक से संबंधित संकलन श्रम ब्यूरो द्वारा हासिल की गई एक उपलब्धि है और यह संकलन मूल्य सूचकांक एवं इससे संबंधित विषय से जुड़े विश्लेषण को एक नया आयाम देगा।

भाषा पाण्डेय मनोहर

मनोहर


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