मई में रत्न एवं आभूषणों का निर्यात पांच प्रतिशत घटकर 2.89 अरब डॉलर पर

मई में रत्न एवं आभूषणों का निर्यात पांच प्रतिशत घटकर 2.89 अरब डॉलर पर

मई में रत्न एवं आभूषणों का निर्यात पांच प्रतिशत घटकर 2.89 अरब डॉलर पर
Modified Date: November 29, 2022 / 08:27 pm IST
Published Date: June 15, 2021 12:32 pm IST

मुंबई, 15 जून (भाषा) कोविड-19 की वजह से पैदा हुई अड़चनों से मई, 2021 में देश का रत्न एवं आभूषणों का निर्यात महामारी पूर्व के समान महीने की तुलना में पांच प्रतिशत घटकर 21,188 करोड़ रुपये या 2.89 अरब डॉलर रहा। रत्न एवं आभूषण निर्यात संवर्द्धन परिषद (जीजेईपीसी) ने यह जानकारी दी।

मई, 2019 में रत्न एवं आभूषणों का निर्यात 22,388 करोड़ रुपये या 3.20 अरब डॉलर था।

जीजेईपीसी ने बयान में कहा कि देश के रत्न एवं आभूषण निर्यात में विनिर्माण गतिविधियां प्रभावित होने से गिरावट आई । मई में कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर की वजह से विनिर्माण गतिविधियां बुरी तरह प्रभावित हुईं।

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हालांकि चालू वित्त वर्ष के पहले दो महनों अप्रैल- मई, 2021 में रत्न एवं आभूषणों का निर्यात 2019 के समान महीनों की तुलना में चार प्रतिशत बढ़कर 46,414.38 करोड़ रुपये या 6.31 अरब डॉलर रहा।

अप्रैल-मई, 2021 में भारत के निर्यात में वृद्धि मुख्य रूप से घरेलू शुल्क क्षेत्र (डीटीए) की वजह से हुई। डीटीए से निर्यात में 15 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई। वहीं विशेष आर्थिक क्षेत्रों (एसईजेड) से निर्यात में 31 प्रतिशत की गिरावट आई।

जीजेईपीसी के चेयरमैन कोलिन शाह ने कहा, ‘‘अंतरराष्ट्रीय बाजार खुलने, मांग में सुधार तथा विभिन्न मुद्दों पर सरकार के समर्थन की वजह से निर्यात की स्थिति में सुधार आया है।’’

अप्रैल-मई, 2021 में कट और पालिश्ड हीरों (सीपीडी) का निर्यात 27 प्रतिशत बढ़कर 31,229 करोड़ रुपये या 4.26 अरब डॉलर पर पहुंच गया, जो अप्रैल-मई, 2019 में 24,514 करोड़ रुपये या 3.5 अरब डॉलर रहा था।

अप्रैल-मई के दौरान प्लेन या सामान्य सोने के अभूषणों का निर्यात 69 प्रतिशत घटकर 3,211 करोड़ रुपये या 43.41 करोड़ रुपये रह गया, जो 2019 के समान महीनों में 10,404.50 करोड़ रुपये या 1.49 अरब डॉलर रहा था।

वहीं स्टडिड या जड़े सोने के आभूषणों का निर्यात अप्रैल-मई में 49 प्रतिशत बढकर 3,985.46 करोड़ रुपये या 73 करोड़ डॉलर पर पहुंच गया, जो अप्रैल-मई, 2019 में 1,108.61 करोड़ रुपये या 51.68 करोड़ डॉलर रहा था।

भाषा अजय अजय मनोहर

मनोहर


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