गोयल ने जुझारू आपूर्ति श्रृंखलाओं, कुछ भौगोलिक क्षेत्रों पर निर्भरता कम करने पर जोर दिया

गोयल ने जुझारू आपूर्ति श्रृंखलाओं, कुछ भौगोलिक क्षेत्रों पर निर्भरता कम करने पर जोर दिया

गोयल ने जुझारू आपूर्ति श्रृंखलाओं, कुछ भौगोलिक क्षेत्रों पर निर्भरता कम करने पर जोर दिया
Modified Date: October 29, 2025 / 05:39 pm IST
Published Date: October 29, 2025 5:39 pm IST

नयी दिल्ली, 29 अक्टूबर (भाषा) वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने बुधवार को कहा कि देश के लिए जुझारू आपूर्ति श्रृंखलाओं, प्रमुख प्रौद्योगिकियों पर नियंत्रण और कुछ भौगोलिक क्षेत्रों पर अत्यधिक निर्भरता कम करना महत्वपूर्ण है।

उन्होंने कहा कि स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देना केवल भारत में विनिर्माण, डिजाइन या विकास तक ही सीमित नहीं है, बल्कि यह देश की दीर्घकालिक वृद्धि और संप्रभुता के लिए महत्वपूर्ण है।

उन्होंने कहा कि विदेशी प्रौद्योगिकी, विदेशी हथियारों, विदेशी ऊर्जा स्रोतों और विदेशी महत्वपूर्ण तकनीकों पर निर्भरता कम करना देश की वृद्धि के लिए महत्वपूर्ण है।

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केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘‘वास्तव में, इस दशक ने कोविड से लेकर अब तक हमें कई बार सचेत किया है कि जुझारू आपूर्ति श्रृंखलाओं का होना, अपनी प्रौद्योगिकी का होना, तकनीकों पर नियंत्रण होना और महत्वपूर्ण क्षेत्रों में आवश्यक आपूर्ति पर नियंत्रण कितना महत्वपूर्ण है।’’

उन्होंने यहां टाईइकॉन कार्यक्रम में कहा, ”कुछ क्षेत्रों और कुछ बेहद महत्वपूर्ण विषयों को लेकर कुछ भौगोलिक क्षेत्रों पर अत्यधिक निर्भरता को कम करना बहुत महत्वपूर्ण है। इसलिए भारत ने आज दुनिया का केवल ‘बैक ऑफिस’ या दुनिया का सॉफ्टवेयर प्रदाता होने से आगे बढ़कर नवाचार का वैश्विक इंजन बनने का संकल्प लिया है।”

उन्होंने कहा कि भारत के तकनीकी स्टार्टअप को दुनिया भर में भारी मूल्यांकन मिल रहा है।

गोयल ने यह भी कहा कि स्टार्टअप के वित्तपोषण कार्यक्रम ‘फंड ऑफ फंड्स’ का दूसरा संस्करण पूरी तरह से डीप टेक निवेश के लिए समर्पित हो सकता है।

भाषा पाण्डेय अजय

अजय


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