एचयूएल का जुलाई-सितंबर तिमाही का मुनाफा 3.8 प्रतिशत बढ़कर 2,694 करोड़ रुपये

एचयूएल का जुलाई-सितंबर तिमाही का मुनाफा 3.8 प्रतिशत बढ़कर 2,694 करोड़ रुपये

एचयूएल का जुलाई-सितंबर तिमाही का मुनाफा 3.8 प्रतिशत बढ़कर 2,694 करोड़ रुपये
Modified Date: October 23, 2025 / 11:53 am IST
Published Date: October 23, 2025 11:53 am IST

नयी दिल्ली, 23 अक्टूबर (भाषा) दैनिक उपभोग का घरेलू सामान बनाने वाली कंपनी हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड (एचयूएल) का जुलाई-सितंबर तिमाही 2025 में एकीकृत शुद्ध लाभ 3.8 प्रतिशत बढ़कर 2,694 करोड़ रुपये हो गया।

कंपनी ने शेयर बाजार को दी सूचना में बताया कि जुलाई-सितंबर 2024 में उसे 2,595 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था।

समीक्षाधीन तिमाही में कंपनी का राजस्व 2.1 प्रतिशत बढ़कर 16,034 करोड़ रुपये हो गया। एक साल पहले इसी तिमाही में कंपनी का राजस्व 15,703 करोड़ रुपये था।

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एचयूएल की आय विवरण के अनुसार, ‘‘ जुलाई-सितंबर 2025 तिमाही में एकीकृत अंतर्निहित बिक्री वृद्धि (यूएसजी) दो प्रतिशत और अंतर्निहित मात्रा वृद्धि (यूवीजी) सपाट रही। तिमाही के प्रदर्शन ने जीएसटी परिवर्तनों और देश के कुछ हिस्सों में लंबे समय तक मानसून की स्थिति के प्रभाव का हवाला दिया गया है।’’

जुलाई-सितंबर तिमाही में एचयूएल का कुल खर्च 3.32 प्रतिशत बढ़कर 12,999 करोड़ रुपये रहा। अन्य राजस्व सहित कुल आय 1.5 प्रतिशत बढ़कर 16,388 करोड़ रुपये हो गई।

एचयूएल के निदेशक मंडल ने बृहस्पतिवार को हुई बैठक में वित्त वर्ष 2025-26 के लिए 19 रुपये प्रति शेयर के अंतरिम लाभांश को मंजूरी दी।

एचयूएल की मुख्य कार्यपालक अधिकारी एवं प्रबंध निदेशक प्रिया नायर ने कहा, ‘‘ हमने तिमाही में दो प्रतिशत की अंतर्निहित बिक्री वृद्धि (यूएसजी) और 23.2 प्रतिशत के कर पूर्व आय मुनाफे के साथ प्रतिस्पर्धी प्रदर्शन किया है।’’

नवीनतम माल एवं सेवा कर (जीएसटी) सुधार उपभोग को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा उठाया गया एक सकारात्मक कदम है। इससे जिससे प्रयोज्य आय में वृद्धि और उपभोक्ता भावना में सुधार की उम्मीद है। हालांकि, इस तिमाही में बाजार के इन बदलावों के साथ तालमेल बैठाने के कारण इसका प्रभाव क्षणिक ही रहा।

उन्होंने कहा, ‘‘ हमें उम्मीद है कि नवंबर की शुरुआत से, कीमतों में स्थिरता आने के बाद सामान्य व्यापारिक स्थितियां शुरू हो जाएंगी, जिससे बाजार में धीरे-धीरे और निरंतर सुधार का मार्ग प्रशस्त होगा।’’

भाषा निहारिका

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