कपास कीमतों में वृद्धि से परिधान निर्यात लक्ष्य प्रभावित हो सकता है: एईपीसी |

कपास कीमतों में वृद्धि से परिधान निर्यात लक्ष्य प्रभावित हो सकता है: एईपीसी

कपास कीमतों में वृद्धि से परिधान निर्यात लक्ष्य प्रभावित हो सकता है: एईपीसी

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:13 PM IST, Published Date : May 19, 2022/9:56 pm IST

नयी दिल्ली, 19 मई (भाषा) कपास और सूती धागे की कीमतों में निरंतर वृद्धि से चालू वित्त वर्ष के दौरान देश के 19-20 अरब डॉलर के परिधान निर्यात लक्ष्य पर असर पड़ सकता है। परिधान निर्यात संवर्द्ध परिषद (एईपीसी) के चेयरमैन नरेंद्र गोयनका ने बृहस्पतिवार को यह राय जताई।

उन्होंने कहा कि पिछले 18 माह के दौरान कीमतों में लगभग 125-130 प्रतिशत की वृद्धि हुई है और इसका एक कारण कपास और सूती धागे का अंकुश रहित निर्यात हो सकता है।

उन्होंने सरकार को कपास और सूती धागे के निर्यात पर अस्थायी प्रतिबंध लगाने का सुझाव दिया, जैसा कि इंडोनेशिया ने अपने पाम तेल के लिए किया है।

केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने हाल ही में कपास मूल्य श्रृंखला के अंशधारकों के साथ मौजूदा सत्र में कपास और धागे की कीमतों में बढ़ोतरी पर चर्चा करने के लिए एक बैठक की थी।

गोयल ने अंशधारकों से कहा कि सरकार को हस्तक्षेप करने के लिए दबाव डाले बिना इस मुद्दे को सहयोग के साथ हल करें। मंत्री ने चेतावनी दी कि इसका कपास मूल्य श्रृंखला पर दीर्घकालिक प्रभाव पड़ेगा।

गोयनका ने कहा कि मूल्यवृद्धि ऐसे समय में हो रही है जब परिधान उद्योग उत्पादन से जुड़े प्रोत्साहन और अन्य योजनाओं का लाभ उठाकर विस्तार की प्रक्रिया में है।

निर्यात को और बढ़ावा देने के लिए परिषद दक्षिण अमेरिका और अफ्रीका में नए बाजारों की खोज कर रही है।

इस्तेमाल के लिए तैयार परिधान का निर्यात इस साल अप्रैल में पिछले साल के इसी महीने की तुलना में 21.4 प्रतिशत बढ़कर 1.57 अरब डॉलर का हो गया।

भाषा राजेश राजेश अजय

अजय

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

Flowers