भारत ने 2022-23 सत्र में अबतक 35 लाख टन चीनी निर्यात के लिए अनुबंध किया : इस्मा

भारत ने 2022-23 सत्र में अबतक 35 लाख टन चीनी निर्यात के लिए अनुबंध किया : इस्मा

भारत ने 2022-23 सत्र में अबतक 35 लाख टन चीनी निर्यात के लिए अनुबंध किया : इस्मा
Modified Date: November 29, 2022 / 08:02 pm IST
Published Date: November 17, 2022 7:32 pm IST

नयी दिल्ली, 17 नवंबर (भाषा) चीनी उद्योग के प्रमुख संगठन भारतीय चीनी मिल संघ (इस्मा) ने बृहस्पतिवार को कहा कि भारत ने चालू वर्ष 2022-23 में अबतक लगभग 35 लाख टन चीनी के निर्यात के लिए अनुबंध किए हैं। इसमें से 2,00,000 टन चीनी का पिछले महीने निर्यात किया गया है।

पांच नवंबर को घोषित 2022-23 की चीनी निर्यात नीति में 31 मई तक कोटा के आधार पर 60 लाख टन चीनी के निर्यात की अनुमति दी गई थी। घरेलू उत्पादन का आकलन करने के बाद निर्यात के लिए आगे की मात्रा के लिए अनुमति दी जाएगी।

चीनी सत्र अक्टूबर से सितंबर महीने तक चलता है।

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इस्मा के अनुसार, ‘‘बंदरगाह की जानकारी और बाजार की रिपोर्ट के अनुसार, अबतक चीनी के निर्यात के लिए लगभग 35 लाख टन के अनुबंध किए जा चुके हैं।’’

इस्मा ने बयान में कहा कि इसमें से लगभग 2,00,000 टन चीनी का भौतिक रूप से अक्टूबर में देश के बाहर निर्यात किया गया है, जबकि पिछले साल इसी महीने में लगभग 4,00,000 टन चीनी का निर्यात किया गया था।

इस्मा ने कहा कि सरकार द्वारा निर्यात नीति की घोषणा से बहुत पहले कई व्यापारियों ने 2022-23 सत्र के लिए निर्यात अनुबंध कर लिए थे।‘‘तब से चीनी की अंतरराष्ट्रीय कीमतों में वृद्धि का रुझान रहा है, जिसके परिणामस्वरूप चीनी मिलें निर्यात अनुबंध की कीमतों पर फिर से बात कर रही हैं।’’

चालू 2022-23 सत्र में पेराई का काम शुरू हो गया है। चीनी मिलों ने मौजूदा सत्र में 15 नवंबर तक 19.9 लाख टन चीनी का उत्पादन किया है, जो एक साल पहले की समान अवधि के 20.8 लाख टन से थोड़ा कम है।

इसमें कहा गया है कि पश्चिम में कई चीनी मिलों ने इस सत्र में देर से परिचालन शुरू किया, जिसके कारण 15 नवंबर तक चीनी का उत्पादन थोड़ा कम रहा।

पिछले 2021-22 सत्र में भारत ने 1.1 करोड़ टन चीनी का निर्यात किया था।

भाषा राजेश राजेश अजय

अजय


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