भारत की वृहद आर्थिक बुनियाद मजबूत, कोरोना वायरस की अनिश्चितता प्रमुख चुनौती : पारेख

भारत की वृहद आर्थिक बुनियाद मजबूत, कोरोना वायरस की अनिश्चितता प्रमुख चुनौती : पारेख

भारत की वृहद आर्थिक बुनियाद मजबूत, कोरोना वायरस की अनिश्चितता प्रमुख चुनौती : पारेख
Modified Date: November 29, 2022 / 07:56 pm IST
Published Date: July 20, 2021 11:01 am IST

मुंबई, 20 जुलाई (भाषा) आवास वित्त कंपनी एचडीएफसी के चेयरमैन दीपक पारेख ने कहा है कि देश की वृहद आर्थिक बुनियाद मजबूत है तथा इसका पुनरुद्धार प्रगति पर है, लेकिन कोरोना वायरस को लेकर अनिश्चितता सबसे बड़ी चुनौती है।

उन्होंने कहा कि दूसरी लहर की वजह से भारतीय अर्थव्यवस्था को चालू वित्त वर्ष में उसकी तरह के रुख को देखना पड़ेगा। यानी वित्त वर्ष की पहली छमाही कमजोर रहेगी तथा दूसरी छमाही मजबूत।

एचडीएफसी लि. की 44वीं वार्षिक आमसभा को संबोधित करते हुए पारेख ने कहा, ‘‘मैं इस बात लेकर आशान्वित हूं कि भारत की वृहद आर्थिक बुनियाद मजबूत है। हालात में सुधार हो रहा है।’’

 ⁠

उन्होंने कहा कि देश का विदेशी मुद्रा भंडार तथा प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया है। पूंजी बाजार में भी मजबूती का रुख है। इसके अलावा कृषि क्षेत्र की वृद्धि दर भी अच्छी रहने की उम्मीद है कि खाद्यान्न उत्पादन 30.5 करोड़ टन रहने का अनुमान है।

पारेख ने कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक ने नरम मौद्रिक रुख के जरिये वृद्धि को समर्थन की प्रतिबद्धता जताई है और साथ ही सरकार ने भी कोविड-19 से संबंधित दबाव को कम करने के लिए कई उपाय किए हैं।

उन्होंने कहा कुल ऋण की वृद्धि समस्या है। यह अभी कमजोर है। उन्होंने कहा कि दुनिया संक्रमण की बार-बार की लहर की दृष्टि से ‘संवेदनशील’ है। ऐसे में आर्थिक पुनरुद्धार असमतल रहेगा।

भाषा अजय अजय मनोहर

मनोहर


लेखक के बारे में