अन्य देशों की तुलना में भारत के नए उड़ान संबंधी नियम कार्यावधि को सीमित करने वाले लगते हैं:आईएटीए
अन्य देशों की तुलना में भारत के नए उड़ान संबंधी नियम कार्यावधि को सीमित करने वाले लगते हैं:आईएटीए
(मनोज राममोहन)
जिनेवा, 10 दिसंबर (भाषा) अंतरराष्ट्रीय वायु परिवहन संघ (आईएटीए) के महानिदेशक विली वॉल्श ने कहा कि पायलटों के लिए नए उड़ान ‘ड्यूटी’ नियम अन्य देशों की तुलना में कार्यावधि को सीमित करने वाले प्रतीत होते हैं और स्थिति सामान्य होने में समय लगेगा।
भारत की सबसे बड़ी विमानन कंपनी इंडिगो के समक्ष पिछले एक सप्ताह में पेश हुई परिचालन संबंधी बाधाओं की पृष्ठभूमि में वॉल्श ने यह बात कही है।
इन व्यवधानों के कारण इंडिगो की सैकड़ों उड़ानें रद्द की गईं और हजारों यात्री प्रभावित हुए।
वॉल्श ने कहा, ‘‘भारत के नए नियम अन्य देशों के नियमों की तुलना में (कार्यावधि को) सीमित करने वाले प्रतीत होते हैं लेकिन मुझे लगता है कि आपको हमेशा यह स्वीकार करना होगा कि नियामकों की यह जिम्मेदारी है कि वे यह सुनिश्चित करें कि उद्योग सुरक्षित हो।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि ये बदलाव सही कारणों से लागू किए गए हैं। अब बस कुछ समय की बात है जब सब कुछ सामान्य हो जाएगा।’’
जेनेवा में एक मीडिया गोलमेज सम्मेलन में वॉल्श ने यह भी कहा कि पायलट की थकान के मानदंड एक ऐसा मुद्दा है जिस पर यूरोप और अमेरिका में हर समय बहस होती रहती है।
वॉल्श ने कहा, ‘‘भारत ने निर्णय लिया है कि वे उपाय करना चाहते हैं। खासतौर पर रात्रिकालीन परिचालनों के दौरान संभावित थकान को दूर करने के लिए, जिसका स्वाभाविक रूप से कम लागत वाली विमानन कंपनियों पर अधिक प्रभाव पड़ेगा क्योंकि उनका व्यवसाय मॉडल ऐसा है… यह निराशाजनक है कि इस बदलाव के परिणामस्वरूप इतने यात्री प्रभावित हुए हैं।’’
अंतरराष्ट्रीय वायु परिवहन संघ (आईएटीए) करीब 360 विमानन कंपनियों का एक वैश्विक समूह है जो वैश्विक हवाई यातायात के 80 प्रतिशत से अधिक का प्रतिनिधित्व करती हैं। आईएटीए के सदस्यों में एयर इंडिया, इंडिगो और स्पाइसजेट शामिल हैं।
अन्य पहलुओं के अलावा, उड़ान ड्यूटी समयसीमा (एफडीटीएल) मानदंडों के दूसरे चरण ने पायलट द्वारा रात में की जाने वाली लैंडिंग की संख्या को सीमित कर दिया।
भारतीय नागर विमानन मंत्रालय ने परिचालन को स्थिर करने के लिए इंडिगो की शीतकालीन उड़ानों में 10 प्रतिशत की कटौती की मंगलवार को घोषणा की।
वहीं नागर विमानन मंत्री के. राममोहन नायडू ने मंगलवार को कहा था, ‘‘पिछले सप्ताह के दौरान, इंडिगो के आंतरिक कुप्रबंधन, चालक दल की सूची, उड़ान कार्यक्रम और अपर्याप्त संचार के कारण कई यात्रियों को गंभीर असुविधा का सामना करना पड़ा।’’
भाषा निहारिका सुरभि
सुरभि

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