IT Raid: NSE की पूर्व CEO Chitra Ramkrishna की मुश्किलें बढ़ीं, आयकर विभाग ने मारा छापा |

IT Raid: NSE की पूर्व CEO Chitra Ramkrishna की मुश्किलें बढ़ीं, आयकर विभाग ने मारा छापा

NSE की पूर्व MD और CEO चित्रा रामकृष्णा के घर IT ने आज सर्च रेड किया है, इनकम टैक्स की टीम चित्रा रामकृष्णा के ठिकानों सहित केस से संबंधित कई अन्य जगहों पर पहुची और अलग-अलग टीमों ने छापेमारी की है।

Edited By :   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:59 PM IST, Published Date : February 17, 2022/3:29 pm IST

Income Tax Department Raid: NSE की पूर्व MD और CEO चित्रा रामकृष्णा के घर IT ने आज सर्च रेड किया है, इनकम टैक्स की टीम चित्रा रामकृष्णा के ठिकानों सहित केस से संबंधित कई अन्य जगहों पर पहुची और अलग-अलग टीमों ने छापेमारी की है। गौरतलब है कि SEBI ने नियमों के उलघंन का दोषी पाते हुए चित्रा रामकृष्णा पर 3 करोड़ ने जुर्माना लगाया है। चित्रा का कहना था कि उन्हें हिमालय पर बैठा कोई योगी या सिद्धपुरुष उनका मार्गदर्शन करता था।

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देश के करीब 8 करोड़ इन्वेस्टर्स के हितों की रक्षा करने वाली संस्था SEBI की एक जांच रिपोर्ट ने सबको चौंका दिया, सेबी की जांच रिपोर्ट से सवाल उठ रहा है कि क्या साल भर बर्फ से ढके हिमालय पर बैठा कोई व्यक्ति इंडिया का सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज चला सकता है? भारत में स्टॉक और कमोडिटी मार्केट्स को रेगुलेट करनेवाली SEBI यानी (SEBI – Securities and Exchange board of India) ने अपनी एक जांच में पाया कि एनएसई की पूर्व एमडी और सीईओ चित्रा रामकृष्णा एक अज्ञात सिद्ध पुरुष या योगी से मार्गदर्शन लेती थी जो हिमालय पर रहता है।

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सेबी ने कहा है, ‘देश के सबसे बड़े स्टॉक एक्सचेंज (NSE) की पूर्व एमडी और सीईओ चित्रा रामकृष्ण का 20 साल तक मार्गदर्शन एक हिमालय पर रहने वाले एक सिद्ध पुरुष या योगी ने किया। रामकृष्ण ने सेबी से जुड़ी अहम जानकारियां, फैसले, कर्मचारियों से जुड़ी पॉलिसी और संस्था के ढांचे की जानकारी उस योगी को लीक की थी, यह जानकारियां साल 2014 से 2016 के दौरान लीक गई थीं। इसके लिए जिस ईमेल का इस्तेमाल किया गया था, सेबी ने उसका भी खुलासा किया है।’

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सेबी की जांच में यह भी मिला है कि इस अज्ञात सिद्ध पुरुष योगी का हाथ आनंद सुब्रमण्यन के हाई प्रोफाइल अप्वाइंटमेंट में भी था, सुब्रमण्यन को एनएससी ग्रुप का ऑपरेटिंग अफसर और चित्रा रामकृष्णा का एडवाइजर नियुक्त किया गया था। मजेदार बात यह है कि सुब्रमण्यन को इन्वेस्टमेंट की दुनिया में कोई नहीं जानता। सेबी ने आनंद सुब्रमण्यन के अप्वॉइंमेंट मामले में शुक्रवार को बड़ी कार्रवाई की है। उसने चित्रा रामकृष्णा और रवि नारायण सहित कुछ लोगों को सिक्योरिटी कॉन्ट्रैक्ट रूल्स के उल्लंघन का दोषी पाया है। रामकृष्णा पर 3 करोड़, 2-2 करोड़ रुपये एनएसई, नारायण और सुब्रमण्यम पर और 6 लाख रुपये का जुर्माना वी आर नरसिम्हन पर लगाया गया है। नरसिम्हन एनएसई के चीफ रेगुलेटरी ऑफिसर और चीफ कंप्लायंस अफसर थे।