नयी दिल्ली, 25 जून (भाषा) केंद्रीय मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री राजीव रंजन सिंह ने मंगलवार को 21वीं पशुधन गणना के लिए उचित योजना बनाने की जरूरत बताते हुए कहा कि एकत्र किए गए आंकड़े इस क्षेत्र की चुनौतियों से निपटने में अहम भूमिका निभाएंगे।
एक सरकारी बयान में कहा गया कि मंत्री ने 21वीं पशुधन गणना की तैयारी के लिए राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को रणनीति बनाने और उन्हें सशक्त बनाने के लिए आयोजित एक कार्यशाला का उद्घाटन किया।
इस अवसर पर मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी राज्यमंत्री एस पी सिंह बघेल और जॉर्ज कुरियन भी मौजूद थे।
कार्यशाला में केंद्रीय मंत्री ने 21वें पशुधन डेटा संग्रह के लिए विकसित मोबाइल ऐप की भी पेशकश की।
बयान के अनुसार, सिंह ने भारत की अर्थव्यवस्था और खाद्य सुरक्षा के लिए पशुधन क्षेत्र के महत्व को रेखांकित किया।
उन्होंने ‘‘गणना की सावधानीपूर्वक योजना और निष्पादन’’ का आह्वान किया और जोर देकर कहा कि ‘‘एकत्र किए गए डेटा भविष्य की पहल को आकार देने और क्षेत्र की चुनौतियों से निपटने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।’’
सिंह ने कहा कि कार्यशाला का उद्देश्य सितंबर-दिसंबर, 2024 के दौरान निर्धारित आगामी गणना के लिए एक समन्वित और कुशल दृष्टिकोण सुनिश्चित करना है।
बघेल ने जमीनी स्तर पर व्यापक प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण की आवश्यकता पर प्रकाश डाला।
कुरियन ने पशुधन क्षेत्र के भीतर स्थायी प्रथाओं के एकीकरण पर जोर दिया।
पशुपालन और डेयरी विभाग की सचिव अलका उपाध्याय ने सटीक और कुशल डेटा संग्रह के लिए प्रौद्योगिकी का लाभ उठाने के लिए विभाग की प्रतिबद्धता को रेखांकित किया।
उन्होंने 21वीं पशुधन गणना की सफलता सुनिश्चित करने के लिए सभी अंशधारकों की सामूहिक जिम्मेदारी पर जोर दिया।
भाषा राजेश राजेश अजय
अजय
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