कोविड जांच, इलाज के लिए डब्ल्यूटीओ में पेटेंट छूट हासिल करने के प्रयासों को बढ़ाने की जरूरत: गोयल

कोविड जांच, इलाज के लिए डब्ल्यूटीओ में पेटेंट छूट हासिल करने के प्रयासों को बढ़ाने की जरूरत: गोयल

कोविड जांच, इलाज के लिए डब्ल्यूटीओ में पेटेंट छूट हासिल करने के प्रयासों को बढ़ाने की जरूरत: गोयल
Modified Date: January 13, 2023 / 07:43 pm IST
Published Date: January 13, 2023 7:43 pm IST

नयी दिल्ली, 13 जनवरी (भाषा) वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने शुक्रवार को कहा कि कोविड-19 महामारी का मुकाबला करने में जांच और इलाज के लिए डब्ल्यूटीओ में पेटेंट छूट हासिल करने के प्रयासों को बढ़ाने की जरूरत है।

विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) के सदस्य पिछले साल जून में पांच साल के लिए कोविड-19 टीकों के निर्माण के लिए एक अस्थायी पेटेंट छूट देने पर सहमत हुए थे। छह महीने बाद इस छूट के दायरे में भारत और दक्षिण अफ्रीका द्वारा प्रस्तावित जांच और इलाज को शामिल करने पर बातचीत शुरू करने पर सहमति हुई।

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गोयल ने यह भी कहा कि आवश्यक दवाओं की वैश्विक आपूर्ति का राजनीतिकरण करने की जरूरत नहीं है।

उन्होंने कहा कि जून 2022 में जिनेवा में आयोजित डब्ल्यूटीओ के मंत्रिस्तरीय सम्मेलन में भारत, दक्षिण अफ्रीका और अन्य विकासशील देशों ने ट्रिप्स (बौद्धिक संपदा अधिकारों के व्यापार से संबंधित पहलू) छूट हासिल करने के लिए साथ मिलकर काम किया। इससे टीकों के लिए समान और सस्ती पहुंच हासिल करने में मदद मिलेगी।

मंत्री ने ‘वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ’ डिजिटल शिखर सम्मेलन के एक सत्र में कहा, ”हम डब्ल्यूटीओ में अपने प्रयासों को फिर से बढ़ाएंगे, ताकि कोविड-19 जांच और इलाज को ट्रिप्स छूट मिल सके।”

‘ग्लोबल साउथ’ व्यापक रूप से एशिया, अफ्रीका और दक्षिण अमेरिका के विकासशील देशों को कहा जाता है।

उन्होंने कहा, ”हमें नयी साझेदारी और व्यवस्था बनाने की जरूरत है ताकि फैसले करते वक्त ‘ग्लोबल साउथ’ की आवाज सुनाई दे।”

व्यापार संबंधों को मजबूत करने पर मंत्री ने कहा कि भारत महत्वपूर्ण व्यापार क्षमता से फायदा लेने के लिए ‘ग्लोबल साउथ’ के देशों के साथ तरजीही व्यापार समझौते करने को तैयार है।

भाषा पाण्डेय रमण

रमण


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