एसबीआई कार्ड मोहलत समाप्त होने के बावजूद नहीं चुकाए गए कर्जों को पुनर्गठन योजना से जोड़ेगी

एसबीआई कार्ड मोहलत समाप्त होने के बावजूद नहीं चुकाए गए कर्जों को पुनर्गठन योजना से जोड़ेगी

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  • Publish Date - September 13, 2020 / 11:24 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 07:52 PM IST

नयी दिल्ली, 13 सितंबर (भाषा) एसबीआई कार्ड उन ग्राहकों के रिजर्व बैंक की पुनर्गठन योजना या स्वयं की पुनर्भुगतान योजना से जोड़ने की प्रक्रिया में है जिन्होंने कर्ज लौटाने को लेकर दी गयी मोहलत समाप्त होने के पास भुगतान नहीं किया है। इस पहल का मकसद ग्राहकों को भुगतान के लिये और समय देना है।

एसबीआई कार्ड के प्रंबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अश्विनी कुमार तिवारी ने कहा कि कर्ज लौटाने को लेकर दी गयी मोहलत को लेकर कई ग्राहक पहले तीन महीने का भुगतान नहीं कर रहे हैं और कंपनी पूरे उद्योग की तरह उन्हें ‘स्टैन्डर्ड’ खाता मान रही हैं हालांकि मोहलत समाप्त होने के बाद से एसबीआई कार्ड ने दूसरी मोहलत योजना में ग्राहकों पंजीकरण को लेकर पहल की है।’’

एकमहीने पहले पदभार संभालने वाले तिवारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘हमारे बड़ी संख्या में ग्राहक कर्ज लौटाने को लेकर मिली छूट योजना से बाहर आ गये हैं। उनमें से कई ने भुगतान कर दिया है। लेकिन कई ने भुगतान नहीं किया है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हम भुगतान नहीं करने वाले ग्राहकों को आरबीआई की पुनर्गठन योजना या फिर स्वयं की पुनर्भुगतान योजना से जोड़ने के लिये काम कर रहे हैं ताकि उन्हें बकाया भुगतान के लिये बेहतर ब्याज दर के साथ और समय मिल सके।’’

कंपनी के अनुसार मई में उसके 7,083 करोड़ रुपये मोहलत में फंसे थे। यह आंकड़ा कम होकर अब 1,500 करोड़ रुपये पर आ गया है।

जो ग्राहक आरबीआई के बजाए कंपनी की पुनर्गठन योजना का चयन करेंगे, उन्हें लाभ होगा क्योंकि ऐसे मामलों की जानकारी सिबिल को नहीं दी जाएगी।

रिजर्व बैंक ने मार्च में तीन महीने 31 मई, 2020 तक के लिये कर्ज लौटाने को लेकर मोहलत दी थी। बाद में इस अवधि को बढ़ाकर अगस्त 2020 कर दिया गया।

तिवारी ने कहा कि पुनर्गठन प्रक्रिया जारी है। बड़ी संख्या में खातों का पंजीकरण होना है और कंपनी को आरबीआई दिशानिर्देशों के अनुसार इसके लिये 10 प्रतिशत का प्रावधान करना होगा।

उन्होंने कहा कि इसके अलावा कुछ ऐसे खाते भी हैं, जो महामारी के कारण निश्चित रूप से एनपीए (गैर-निष्पादित परिसंपत्ति) के दायरे में आएंगे। ऐसे खातों के लिये अतिरिक्त प्रावधान करने की जरूरत होगी।

एसबीआई कार्ड प्रमुख ने कहा कि भविष्य को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है, हमें ऐसे खातों को लेकर सतर्क रहने की जरूरत है।

तिवारी ने कहा कि दूसरी और तीसरी तिमाही स्थिति को बेहतर तरीक से प्रबंधित करने में सक्षम होंगे।

उन्होंने कहा, ‘‘अगर टीका आ जाता है और कोविड-19 की स्थिति काबू में आती है, तीसरी और चौथी तिमाही बेहतर होगी।’’

एसबीआई प्रवर्तिक कार्ड कंपनी का शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में 14 प्रतिशत ढ़कर 393 करोड़ रुपये रहा।

भाषा

रमण मनोहर

मनोहर