भारी उतार-चढ़ाव के बीच बाजार में गिरावट जारी, सेंसेक्स 455 अंक टूटा

भारी उतार-चढ़ाव के बीच बाजार में गिरावट जारी, सेंसेक्स 455 अंक टूटा

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  • Publish Date - April 18, 2024 / 07:26 PM IST,
    Updated On - April 18, 2024 / 07:26 PM IST

मुंबई, 18 अप्रैल (भाषा) स्थानीय शेयर बाजारों में भारी उतार-चढ़ाव के बीच बृहस्पतिवार को लगातार चौथे कारोबारी सत्र में गिरावट रही। कारोबार के दूसरे हिस्से में मुनाफावसूली का जोर रहने से मानक सूचकांक सेंसेक्स 455 अंक और निफ्टी 152 अंक गिर गया।

विश्लेषकों ने कहा कि नीतिगत दर में कटौती की उम्मीद कम होने और घरेलू बाजार से विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की लगातार पूंजी निकासी की चिंताओं ने भी निवेशकों की धारणा को कमजोर किया।

बीएसई का 30 शेयरों पर आधारित सूचकांक सेंसेक्स भारी उतार-चढ़ाव के बीच दोपहर बाद अचानक फिसल गया और अपना सारा शुरुआती लाभ गंवाते हुए नुकसान के साथ बंद हुआ। यह 454.69 अंक यानी 0.62 प्रतिशत कमजोर होकर 72,488.99 अंक पर बंद हुआ।

कारोबार के दौरान सेंसेक्स के ऊपरी और निचले स्तर के बीच 1,107.38 अंक का भारी उतार-चढ़ाव देखा गया। इस उठापटक को इसी से समझा जा सकता है कि सेंसेक्स अपराह्न 1.31 बजे 73,135.5 अंक पर था लेकिन दो मिनट के बाद ही यह 72,817.03 पर आ गया, जो 318.47 अंक की तगड़ी गिरावट को दर्शाता है।

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का सूचकांक निफ्टी भी 152.05 अंक यानी 0.69 प्रतिशत गिरकर 21,995.85 अंक पर आ गया। कारोबार के दौरान निफ्टी 22,326.50 के ऊपरी और 21,961.70 के निचले स्तर पर पहुंचा।

सेंसेक्स के समूह में शामिल कंपनियों में से नेस्ले में सर्वाधिक तीन प्रतिशत से अधिक की गिरावट दर्ज की गई। कम विकसित देशों में अधिक चीनी की मौजूदगी वाले शिशु दूध उत्पादों की बिक्री करने की खबरें आने से नेस्ले के शेयर टूट गए।

इसके अलावा टाइटन, एक्सिस बैंक, एनटीपीसी, टाटा मोटर्स, आईटीसी, टेक महिंद्रा, बजाज फिनसर्व, आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी बैंक और बजाज फाइनेंस के शेयर भी गिरकर बंद हुए।

दूसरी तरफ भारती एयरटेल, पावर ग्रिड, इन्फोसिस और लार्सन एंड टुब्रो के शेयर बढ़त लेकर बंद हुए।

जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, “पश्चिम एशिया में बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव और अमेरिकी ब्याज दर में कटौती की उम्मीद कम होने से प्रभावित कारोबारी धारणा ने घरेलू सूचकांकों को दबाव में ला दिया। निवेशक आगे की दिशा के लिए चौथी तिमाही के नतीजों पर करीबी निगाह रखेंगे।”

मझोली कंपनियों का सूचकांक बीएसई मिडकैप 0.39 प्रतिशत नीचे आया जबकि छोटी कंपनियों का सूचकांक स्मॉलकैप मामूली 0.06 प्रतिशत चढ़ा।

एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की, चीन का शंघाई कंपोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग सकारात्मक रुख के साथ बंद हुए।

यूरोप के ज्यादातर बाजार बढ़त के साथ कारोबार कर रहे थे। बुधवार को अमेरिकी बाजार निचले स्तर पर बंद हुए थे।

इस बीच अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.63 प्रतिशत गिरकर 86.74 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।

शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने बृहस्पतिवार को 4,260.33 करोड़ रुपये मूल्य के शेयरों की बिक्री की थी।

मेहता इक्विटीज लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) प्रशांत तापसे ने कहा, “अत्यधिक अस्थिर कारोबारी सत्र के अंतिम घंटे में बाजार में भारी बिकवाली देखी गई। अमेरिकी दर में कटौती की उम्मीद कम होने और स्थानीय शेयरों से विदेशी पूंजी की लगातार निकासी होने की चिंताओं ने निवेशकों की धारणा को कमजोर कर दिया।”

बुधवार को रामनवमी के अवसर पर शेयर बाजार बंद थे।

बीएसई सेंसेक्स मंगलवार को 456.10 अंक और एनएसई निफ्टी 124.60 अंक टूटा था।

भाषा अनुराग रमण

रमण