दिल्ली में चांदी रिकॉर्ड दो लाख रुपये प्रति किलोग्राम के पार पहुंची, सोना भी तेज

दिल्ली में चांदी रिकॉर्ड दो लाख रुपये प्रति किलोग्राम के पार पहुंची, सोना भी तेज

दिल्ली में चांदी रिकॉर्ड दो लाख रुपये प्रति किलोग्राम के पार पहुंची, सोना भी तेज
Modified Date: December 17, 2025 / 08:22 pm IST
Published Date: December 17, 2025 8:22 pm IST

(फाइल तस्वीर के साथ)

नयी दिल्ली, 17 दिसंबर (भाषा) घरेलू एवं वैश्विक बाजारों में मजबूत मांग के कारण बुधवार को राष्ट्रीय राजधानी के सर्राफा बाजार में चांदी की कीमतें पहली बार दो लाख रुपये प्रति किलोग्राम के रिकॉर्ड स्तर को लांघ गईं। अखिल भारतीय सर्राफा संघ ने यह जानकारी दी।

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चांदी 7,300 रुपये बढ़कर 2,05,800 रुपये प्रति किलोग्राम के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गई, जबकि पिछला बंद भाव 1,98,500 रुपये प्रति किलोग्राम था।

एचडीएफसी सिक्योरिटीज के शोध विश्लेषक दिलीप परमार ने कहा, ‘‘चांदी की कीमतों में बढ़ोतरी जारी रही और घरेलू बाजारों में कीमतें रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गईं। इसकी वजह यह है कि चांदी अंतरराष्ट्रीय बाजारों में एक नए शिखर पर पहुंच गई हैं।’’

इस साल अब तक चांदी की कीमतों में 1,15,300 रुपये यानी 127.40 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जो कीमत एक जनवरी, 2025 को 90,500 रुपये प्रति किलोग्राम दर्ज की गई थी।

सर्राफा संघ के मुताबिक, स्थानीय सर्राफा बाजार में सोने की कीमतें भी 600 रुपये बढ़कर 1,36,500 रुपये प्रति 10 ग्राम (सभी करों सहित) हो गईं, जबकि पिछला बंद भाव 1,35,900 रुपये प्रति 10 ग्राम था।

ऑगमोंट की शोध प्रमुख रेनीशा चैनानी ने कहा कि अमेरिकी डॉलर सूचकांक दो महीने के निचले स्तर पर आ जाने से डॉलर में होने वाला सर्राफा कारोबार अंतरराष्ट्रीय खरीदारों के लिए अधिक किफायती हो गया है।

अंतरराष्ट्रीय बाजारों में हाजिर सोना 18.59 डॉलर यानी 0.43 प्रतिशत बढ़कर 4,321.06 डॉलर प्रति औंस हो गया।

मिराए एसेट शेयरखान के शोध विश्लेषक प्रवीण सिंह ने कहा, ‘‘हाजिर सोना लगभग 0.4 प्रतिशत की बढ़त के साथ 4,320 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रहा है। इस बीच व्यापारी बृहस्पतिवार को अमेरिका में जारी होने वाले खुदरा मुद्रास्फीति आंकड़ों का इंतजार कर रहे हैं।’’

एचडीएफसी सिक्योरिटीज के विश्लेषक दिलीप परमार ने कहा कि वैश्विक बाजारों में सोना रिकॉर्ड उच्च स्तर के करीब मंडरा रहा है क्योंकि निवेशक वेनेजुएला में बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव पर नजर रख रहे हैं।

उन्होंने कहा कि कारोबारी पिछले हफ़्ते अमेरिकी फेडरल रिज़र्व की लगातार तीसरी ब्याज दर कटौती के बाद आगे की मौद्रिक नरमी के संकेतों पर करीबी नज़र रख रहे हैं।

परमार ने आगे कहा कि खुदरा और संस्थागत दोनों क्षेत्र से निवेश मांग मज़बूत रहने की संभावना से कीमतें और बढ़ सकती हैं।

इसके अलावा, विदेशी कारोबार में हाजिर चांदी पहली बार 66 डॉलर प्रति औंस के पार चली गई। चांदी 2.77 डॉलर यानी 4.35 प्रतिशत बढ़कर 66.52 डॉलर प्रति औंस के नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई।

कोटक सिक्योरिटीज की सहायक उपाध्यक्ष (जिंस शोध) कायनात चैनवाला ने कहा, ‘‘चांदी ने अपनी शानदार बढ़त जारी रखी और पहली बार 66 डॉलर प्रति औंस के स्तर को पार कर गई। यह हाजिर आपूर्ति की तंगी, सुरक्षित निवेश की बढ़ती मांग, चांदी समर्थित ईटीएफ में मजबूत निवेश और फेडरल रिज़र्व की ब्याज दर कटौती की बढ़ती उम्मीदों के कारण हुआ है।’’

चैनवाला ने कहा कि चांदी में तेज़ी को उन रिपोर्टों से और बल मिला है कि चीन वर्ष 2026 से चांदी के निर्यात पर रोक लगाने की योजना बना रहा है। इससे चांदी की आपूर्ति के एक मुख्य स्रोत में रुकावट आ सकती है और वैश्विक बाजार पर दबाव बढ़ सकता है।

उन्होंने कहा, ‘‘चीन का चांदी भंडार पहले से ही एक दशक में सबसे निचले स्तर पर होने से किसी भी निर्यात पर रोक से इसकी हाजिर आपूर्ति की कमी और बढ़ सकती है। इससे तेजी का माहौल मजबूत होगा और निकट अवधि में कीमतें ऊंची बनी रह सकती हैं।’’

इस साल दो जनवरी को चांदी 29.55 डॉलर प्रति औंस पर थी लेकिन उसके बाद से इसमें 36.96 डॉलर यानी 125.05 प्रतिशत की तेजी आ चुकी है।

चैनवाला ने कहा कि हाजिर चांदी की बढ़त ने सोने को पीछे छोड़ दिया है, जिसमें सालाना आधार पर 120 प्रतिशत से ज़्यादा की बढ़ोतरी हुई है। यह मज़बूती तंग आपूर्ति, बढ़ती लीज़ दरों और वैश्विक हरित ऊर्जा संक्रमण में चांदी की ज़रूरी भूमिका से जुड़ी बेहतर मांग की संभावनाओं के कारण हुई है।

भाषा राजेश राजेश प्रेम

प्रेम


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