‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ को सुनील मित्तल का पुरजोर समर्थन, सीआईआई से आगे बढ़ने को कहा

'एक राष्ट्र, एक चुनाव' को सुनील मित्तल का पुरजोर समर्थन, सीआईआई से आगे बढ़ने को कहा

‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ को सुनील मित्तल का पुरजोर समर्थन, सीआईआई से आगे बढ़ने को कहा
Modified Date: May 29, 2025 / 04:11 pm IST
Published Date: May 29, 2025 4:11 pm IST

(तस्वीर के साथ)

नयी दिल्ली, 29 मई (भाषा) भारती समूह के चेयरमैन सुनील मित्तल ने बृहस्पतिवार को ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ की संकल्पना को अपना मजबूत समर्थन देते हुए कहा कि बार-बार चुनाव होने से अर्थव्यवस्था प्रभावित होती है और निर्णयों में भी देरी होती है।

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मित्तल ने भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के ‘वार्षिक व्यवसाय शिखर सम्मेलन 2025’ को संबोधित करते हुए कहा कि उद्योग मंडल को एक राष्ट्र एक चुनाव के आर्थिक लाभ पर रोशनी डालने के लिए राजनीतिक दलों से संवाद करना चाहिए।

उन्होंने कहा, ‘‘एक ऐसा क्षेत्र जहां मैं सीआईआई से और अधिक जुड़ने के लिए कहूंगा, वह एक राष्ट्र, एक चुनाव है।’’

हालांकि, भारती समूह के चेयरमैन ने इसे एक ‘संवेदनशील विषय’ बताते हुए कहा कि इसे उद्योग की सीमा से बाहर का विषय बताया जा सकता है।

उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन मेरा खुद का मानना ​​है कि यह एक ऐसा काम है जो हम सभी के लिए सामूहिक रूप से करने लायक है।’’

मित्तल ने कहा, ‘‘इसका कारण सरल है, चुनावों के दौरान आर्थिक गतिविधियों में बहुत अधिक व्यवधान होते हैं। आचार संहिता काफी पहले ही लागू हो जाती है। सब कुछ रुक जाता है, सरकारी अनुबंध, सरकारी भुगतान रुक जाते हैं और आर्थिक गतिविधियों पर बहुत सारे प्रतिबंध लग जाते हैं। हमारे चुनाव हर कुछ महीनों में, हर दूसरे साल होते रहते हैं।’’

दूरसंचार दिग्गज ने कहा कि बार-बार चुनाव होने से अर्थव्यवस्था में सुस्ती आती है। उन्होंने सीआईआई से इस पर एक समिति बनाने, सभी राजनीतिक दलों से बात करने और देश को इससे होने वाले लाभ के बारे में बताने का आग्रह किया।

इस साल की शुरुआत में सीआईआई ने भारत को ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ की दिशा में आगे बढ़ने के लिए मजबूत सिफारिशें पेश की थीं।

मित्तल ने यह भी कहा कि दुनिया ने क्रिप्टोकरेंसी पर बहुत तेजी से आगे बढ़ना शुरू कर दिया है।

उन्होंने कहा, ‘‘यह एक ऐसा क्षेत्र है जहां सरकार को इस बात पर अपना दिमाग लगाना होगा कि किस तरह सुनिश्चित किया जाए कि भारत के लिए एआई के साथ क्रिप्टो में भी प्रगति का पूरा लाभ उठाने के लिए सही नियामकीय ढांचा उपलब्ध हो।’’

भाषा प्रेम

प्रेम अजय

अजय


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