सुजलॉन एआई-संचालित तीन पवन चक्की कारखाने स्थापित करेगी: सह-संस्थापक गिरीश तांती

सुजलॉन एआई-संचालित तीन पवन चक्की कारखाने स्थापित करेगी: सह-संस्थापक गिरीश तांती

सुजलॉन एआई-संचालित तीन पवन चक्की कारखाने स्थापित करेगी: सह-संस्थापक गिरीश तांती
Modified Date: December 4, 2025 / 03:53 pm IST
Published Date: December 4, 2025 3:53 pm IST

(अभिषेक सोनकर)

पुडुचेरी, चार दिसंबर (भाषा) नवीकरणीय ऊर्जा कंपनी सुजलॉन ग्रुप अपने ऑर्डर बुक के निष्पादन को तेज करने और घरेलू पवन उद्योग की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए तीन कृत्रिम मेधा (एआई)-संचालित पवन चक्की कारखानों की स्थापना करने की योजना बना रही है। कंपनी के सह-संस्थापक गिरीश तांती ने यह जानकारी दी।

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इस योजना के तहत गुजरात और कर्नाटक में दो पवन चक्की कारखाने स्थापित की जाएंगी, जबकि तीसरी की जगह अभी तय की जा रही है।

सुजलॉन के पास पहले से ही जैसलमेर, भुज, रतलाम, धुले और अनंतपुर में पांच पवन चक्की कारखाने हैं। इन तीन नई इकाइयों के जुड़ने के साथ, सुजलॉन के पास कुल 18 कारखाने होंगे।

इन नए कारखाने में निवेश के बारे में पूछे जाने पर तांती ने कहा कि सुजलॉन का वार्षिक पूंजीगत व्यय 500–550 करोड़ रुपये है, इसलिए यह उसी का हिस्सा होगा। इसका वित्तपोषण कंपनी की आंतरिक बचत से किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि ये कारखाने पवन ऊर्जा परियोजना स्थलों के पास लगाए जाएंगे ताकि माल और उपकरण आसानी से पहुंच सकें।

इस बारे में विस्तार से बताते हुए उन्होंने कहा कि इन कारखानों में एआई-सक्षम प्रौद्योगिकी का उपयोग किया जाएगा ताकि उत्पादकता, गुणवत्ता और सुरक्षा बेहतर हो सके।

तांती ने कहा कि यह कदम ऑर्डरबुक के क्रियान्वयन में तेज़ी लाने और स्वदेशी पवन ऊर्जा उपकरणों की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए उठाया गया है।

उन्होंने कहा कि सरकार कुशल और भारत में विनिर्मित उपकरणों के उपयोग को भी बढ़ावा दे रही है। नए संयंत्रों से 3,000 प्रत्यक्ष और 12,000 अप्रत्यक्ष रोजगार सृजित होंगे, जिनमें से 80 प्रतिशत रोजगार ग्रामीण क्षेत्रों में होगा।

भाषा योगेश रमण

रमण


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