अमेरिका के साथ व्यापार समझौते पर बात जारी, विभेदकारी शर्तों पर नहीं झुकेंगेः गोयल

अमेरिका के साथ व्यापार समझौते पर बात जारी, विभेदकारी शर्तों पर नहीं झुकेंगेः गोयल

अमेरिका के साथ व्यापार समझौते पर बात जारी, विभेदकारी शर्तों पर नहीं झुकेंगेः गोयल
Modified Date: August 29, 2025 / 06:24 pm IST
Published Date: August 29, 2025 6:24 pm IST

नयी दिल्ली, 29 अगस्त (भाषा) वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने शुक्रवार को कहा कि भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय व्यापार समझौते (बीटीए) पर बातचीत जारी है लेकिन भारत कभी भी विभेदकारी शर्तों के आगे नहीं झुकेगा।

इसके साथ ही गोयल ने भरोसा जताया कि अमेरिका द्वारा भारतीय वस्तुओं पर लगाए गए 50 प्रतिशत शुल्क का देश की अर्थव्यवस्था पर बड़ा असर नहीं पड़ेगा।

गोयल ने यहां एक उद्योग सम्मेलन में कहा, “अगर कोई अच्छा मुक्त व्यापार समझौता करना चाहता है तो हम हमेशा तैयार हैं। लेकिन अगर कोई भेदभाव करेगा तो हम न झुकेंगे और न ही कमजोर पड़ेंगे, बल्कि मिलकर आगे बढ़ेंगे।”

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उनका यह बयान ऐसे समय आया है जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नेतृत्व वाले अमेरिकी प्रशासन ने भारतीय उत्पादों पर 50 प्रतिशत आयात शुल्क लगा दिया है।

इस कदम को भारत पर दबाव बनाने की रणनीति माना जा रहा है ताकि प्रस्तावित व्यापार समझौते में अमेरिका को कृषि और डेयरी के संवेदनशील क्षेत्रों में व्यापक बाजार पहुंच मिल सके।

भारत ने इन शुल्कों को अनुचित और अन्यायपूर्ण बताते हुए कहा है कि किसानों और पशुपालकों के हितों से समझौता नहीं किया जाएगा।

गोयल ने अपने संबोधन में कहा कि निर्यात में विविधता लाने के प्रयास किए जा रहे हैं और इस साल का निर्यात आंकड़ा वित्त वर्ष 2024-25 के 825 अरब डॉलर के रिकॉर्ड से आगे निकल जाएगा।

उन्होंने कहा कि वैश्विक व्यापार में भारत की हिस्सेदारी अभी भी कम है लिहाजा किसी तरह की घबराहट की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि भारत ने कोविड-19 महामारी और परमाणु प्रतिबंधों जैसे गतिरोधों का पहले भी बखूबी सामना किया है।

भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय व्यापार समझौते के बारे में गोयल ने कहा, ‘हमारी इस समझौते को लेकर अमेरिका के साथ बात चल रही है। इसका पहला चरण इस साल अक्टूबर-नवंबर तक पूरा करने की हमारी योजना है।’

दोनों देशों के बीच अब तक पांच दौर की बातचीत हो चुकी है जबकि 25 अगस्त को होने वाला छठा दौर स्थगित कर दिया गया है। अभी तक नई तारीखों का भी कोई ऐलान नहीं हुआ है।

भाषा प्रेम प्रेम रमण

रमण


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