टाटा मोटर्स को अगले वित्त वर्ष में वाणिज्यिक वाहन उद्योग में 30 प्रतिशत से अधिक वृद्धि का अनुमान

टाटा मोटर्स को अगले वित्त वर्ष में वाणिज्यिक वाहन उद्योग में 30 प्रतिशत से अधिक वृद्धि का अनुमान

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  • Publish Date - March 11, 2021 / 08:22 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:28 PM IST

नयी दिल्ली, 11 मार्च (भाषा) घरेलू वाहन निर्माता कंपनी टाटा मोटर्स को अगले वित्त वर्ष में वाणिज्यिक वाहन उद्योग में 30 प्रतिशत से अधिक वृद्धि की उम्मीद है। कंपनी के एक शीर्ष अधिकारी ने बृहस्पतिवार को कहा कि मांग में चक्रीय तेजी और आर्थिक गतिविधियों में कुल मिलाकर सुधार आने से यह वृद्धि होगी।

कंपनी ने बृहस्पतिवार को हल्के वाणिज्यिक वाहनों की नयी श्रृंखला अल्ट्रा स्लीक टी-सीरीज की पेशकश की, जिसकी कीमतें (एक्स-शोरूम दिल्ली) 13.99 लाख रुपये से शुरू हैं।

टाटा मोटर्स के अध्यक्ष (वाणिज्यिक वाहन व्यापार इकाई) गिरीश वाघ ने एक आभासी सम्मेलन में संवाददाताओं से कहा, ‘‘अब कह सकते हैं कि आर्थिक सुधार अच्छी तरह से और सही मायने में है। हम देख रहे हैं कि पिछली तिमाही की सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि सकारात्मक रही है। इस साल भी यही उम्मीद है। अगले साल के लिये सरकार और आरबीआई दोनों ने अनुमान दिया है कि जीडीपी में 10 प्रतिशत से अधिक की दर से वृद्धि होनी चाहिये।’’

उन्होंने आगे कहा कि वाणिज्यिक वाहन (सीवी) उद्योग समग्र आर्थिक गतिविधि से बहुत निकटता से जुड़ा हुआ है। उन्होंने कहा, ‘‘हम देख रहे हैं कि अगले साल वाणिज्यिक वाहन खंड को वृद्धि करना चाहिये। दो साल की गिरावट के बाद हम चक्रीय वृद्धि की राह पर लौट सकते हैं।’’

वाघ ने अगले वित्त वर्ष की वृद्धि की उम्मीदों के बारे में कहा, ‘‘अगले साल हम 30 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि की उम्मीद कर रहे हैं। हम यह पूरे उद्योग के लिये उम्मीद कर रहे हैं।’’

कंपनी की नयी अल्ट्रा स्लीक टी-सीरीज को शहरी माल ढुलाई के लिये विशेष रूप से तैयार किया गया है। यह तीन मॉडलों टी.6, टी.7 और टी.9 में उपलब्ध है, जिनकी दिल्ली में एक्स-शोरूम कीमतें क्रमश: 13.99 लाख रुपये, 15.29 लाख रुपये और 17.29 लाख रुपये है।

वाघ ने नयी पेशकश से अपेक्षाओं के बारे में कहा कि हमने तीन साल पहले वाणिज्यिक वाहनों की अल्ट्रा श्रृंखला पेश की। इसकी बाजार हिस्सेदारी 50 प्रतिशत से अधिक है और 20 हजार से अधिक इकाइयां बेची जा चुकी हैं। निश्चित तौर पर हक अब और बाजार हिस्सेदारी पर काबिज होने की उम्मीद कर रहे हैं।

भाषा सुमन

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