नवी मुंबई हवाई अड्डे पर नेटवर्क मंजूरी न मिलने का दूरसंचार निकाय ने लगाया आरोप

नवी मुंबई हवाई अड्डे पर नेटवर्क मंजूरी न मिलने का दूरसंचार निकाय ने लगाया आरोप

नवी मुंबई हवाई अड्डे पर नेटवर्क मंजूरी न मिलने का दूरसंचार निकाय ने लगाया आरोप
Modified Date: December 30, 2025 / 10:35 pm IST
Published Date: December 30, 2025 10:35 pm IST

नयी दिल्ली, 30 दिसंबर (भाषा) दूरसंचार कंपनियों के संगठन सीओएआई ने हाल ही में शुरू हुए नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर ‘राइट ऑफ वे’ (आरओडब्ल्यू) की अनुमति कथित रूप से न दिए जाने और अत्यधिक शुल्क लगाए जाने के मुद्दे पर मंगलवार को दूरसंचार विभाग से दखल देने की मांग की।

आरओडब्ल्यू का मतलब सार्वजनिक एवं निजी परिसरों में दूरसंचार अवसंरचना की तैनाती और संचालन से जुड़े अधिकारों और नियमों से है। इसके बगैर किसी भी संपत्ति पर दूरसंचार नेटवर्क का विस्तार कर पाना संभव नहीं है।

अदाणी समूह के स्वामित्व वाले हवाई अड्डे ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि वह दरों के मामले में किसी भी तरह के ‘कार्टेल’ के दबाव में नहीं आएगा।

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दूरसंचार सचिव को लिखे पत्र में सीओएआई ने कहा कि वैधानिक आरओडब्ल्यू ढांचे का पालन सुनिश्चित करने, प्रतिस्पर्धी तटस्थता बनाए रखने और यात्रियों को असुविधा से बचाने के लिए दूरसंचार विभाग का हस्तक्षेप जरूरी है।

सीओएआई के मुताबिक, भारती एयरटेल, रिलायंस जियो और वोडाफोन आइडिया ने हवाई अड्डा परिसर में निर्बाध 4जी और 5जी सेवाएं देने के लिए आईबीएस नेटवर्क स्थापित करने की अनुमति मांगी थी लेकिन दूरसंचार अधिनियम, 2023 और आरओडब्ल्यू नियम, 2024 के विपरीत मंजूरी नहीं दी गई।

इन आरोपों पर नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा (एनएमआईए) ने कहा कि मोबाइल नेटवर्क के लिए आईबीएस अवसंरचना व्यक्तिगत दूरसंचार कंपनियों के साथ कई दौर की बातचीत के बाद स्थापित की गई है और सरकारी कंपनी बीएसएनएल पहले से ही परीक्षण के उन्नत चरण में है।

हवाई अड्डा ने कहा कि अन्य दूरसंचार कंपनियों की देरी को देखते हुए यात्रियों को उच्च गति वाला मुफ्त वाई-फाई उपलब्ध कराया जा रहा है।

सीओएआई ने आरोप लगाया कि हवाई अड्डा कंपनियों को अपने नेटवर्क का अनिवार्य उपयोग करने को कह रहा है और इसके लिए प्रति ऑपरेटर करीब 92 लाख रुपये प्रतिमाह, यानी चार ऑपरेटरों के लिए लगभग 44.16 करोड़ रुपये सालाना शुल्क मांगा जा रहा है, जो व्यावसायिक रूप से अव्यवहारिक है।

संगठन ने डीओटी से आरओडब्ल्यू की अनुमति देने और कथित एकाधिकार व्यवस्था की जांच की मांग की है।

इस बीच 25 दिसंबर से हवाई अड्डे पर परिचालन शुरू होने के बाद से ही इस पर यात्रियों की आवाजाही बढ़ गई है। पहले पांच दिनों में हवाई अड्डे पर यात्रियों की संख्या 25,000 के आंकड़े को पार कर गई है।

एनएमआईए के मुताबिक, पिछले पांच दिनों में कुल 26,021 यात्रियों ने यात्रा की, जिनमें 12,431 आगमन और 13,590 प्रस्थान यात्री शामिल हैं। इस दौरान हवाई अड्डे पर 162 निर्धारित उड़ान गतिविधियां दर्ज की गईं, जिनमें 81 आगमन और 81 प्रस्थान शामिल हैं।

भाषा प्रेम

प्रेम रमण

रमण


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