चालू रबी सत्र में अब तक गेहूं का रकबा मामूली बढ़कर 341.13 लाख हेक्टेयर पर

चालू रबी सत्र में अब तक गेहूं का रकबा मामूली बढ़कर 341.13 लाख हेक्टेयर पर

चालू रबी सत्र में अब तक गेहूं का रकबा मामूली बढ़कर 341.13 लाख हेक्टेयर पर
Modified Date: January 20, 2023 / 08:41 pm IST
Published Date: January 20, 2023 8:41 pm IST

नयी दिल्ली, 20 जनवरी (भाषा) फसल वर्ष 2022-23 (जुलाई-जून) के चालू रबी सत्र में अब तक गेहूं का रकबा मामूली बढ़कर 341.13 लाख हेक्टेयर हो गया है। कृषि मंत्रालय के आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है।

मुख्य रबी (सर्दियों) की फसल गेहूं की बुवाई अक्टूबर से शुरू हो गई थी। मक्का, ज्वार, चना और सरसों अन्य प्रमुख रबी फसलें हैं। इन फसलों की कटाई अगले साल मार्च/अप्रैल में शुरू होगी।

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ताजा आंकड़ों के अनुसार, फसल वर्ष 2022-23 के मौजूदा रबी सत्र में 20 जनवरी तक गेहूं बुवाई का रकबा बढ़कर 341.13 लाख हेक्टेयर हो गया है, जो पिछले साल इसी अवधि के दौरान 339.87 लाख हेक्टेयर था।

बुवाई का अधिक रकबा मुख्य रूप से राजस्थान (2.52 लाख हेक्टेयर), बिहार (1.49 लाख हेक्टेयर), महाराष्ट्र (0.92 लाख हेक्टेयर), छत्तीसगढ़ (0.54 लाख हेक्टेयर), गुजरात (0.48 लाख हेक्टेयर) और उत्तर प्रदेश (0.22 लाख हेक्टेयर) में है।

आंकड़ों के अनुसार गेहूँ बुवाई का कम रकबा मुख्य रूप से मध्य प्रदेश (4.15 लाख हेक्टेयर), झारखंड (0.34 लाख हेक्टेयर), पंजाब (0.18 लाख हेक्टेयर), हिमाचल प्रदेश (0.10 लाख हेक्टेयर) और हरियाणा (0.10 लाख हेक्टेयर) में है।

बुवाई के आंकड़ों के अनुसार, धान का रकबा भी एक साल पहले की अवधि के 23.64 लाख हेक्टेयर की तुलना में बढ़कर 31.54 लाख हेक्टेयर हो गया है।

इसी तरह, दलहन का रकबा 163.7 लाख हेक्टेयर के मुकाबले मामूली बढ़कर 164.12 लाख हेक्टेयर हो गया है। मोटे और पौष्टिक अनाज का रकबा 49.36 लाख हेक्टेयर से मामूली बढ़कर 51.46 लाख हेक्टेयर हो गया है।

आंकड़ों से पता चलता है कि तिलहन के मामले में, इस रबी सत्र में अब तक विभिन्न प्रकार के तिलहनों का कुल खेती का रकबा बढ़कर 108.11 लाख हेक्टेयर हो गया है, जो एक साल पहले की अवधि में 100.44 लाख हेक्टेयर था। इसमें रेपसीड-सरसों का रकबा पहले के 90.18 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 97.1 लाख हेक्टेयर हो गया है।

चालू रबी सत्र में 20 जनवरी तक सभी प्रकार की रबी फसलों की खेती का कुल रकबा 696.35 लाख हेक्टेयर है, जो एक साल पहले 676.97 लाख हेक्टेयर था।

भाषा राजेश राजेश रमण

रमण


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