विप्रो का शुद्ध लाभ दूसरी तिमाही में 9.3 प्रतिशत घटकर 2,659 करोड़ रुपये

विप्रो का शुद्ध लाभ दूसरी तिमाही में 9.3 प्रतिशत घटकर 2,659 करोड़ रुपये

विप्रो का शुद्ध लाभ दूसरी तिमाही में 9.3 प्रतिशत घटकर 2,659 करोड़ रुपये
Modified Date: November 29, 2022 / 08:13 pm IST
Published Date: October 12, 2022 5:44 pm IST

नयी दिल्ली, 12 अक्टूबर (भाषा) सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) कंपनी विप्रो लिमिटेड का चालू वित्त वर्ष की दूसरी जुलाई-सितंबर तिमाही का शुद्ध लाभ 9.3 प्रतिशत घट गया। कंपनी ने बताया कि गैर-अमेरिकी बाजारों में आय घटने के चलते उसके शुद्ध लाभ में कमी हुई।

कंपनी ने बुधवार को बयान में कहा कि वित्त वर्ष 2022-23 की जुलाई-सितंबर तिमाही में उसे 2,659 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ, जबकि एक साल पहले इसी अवधि में यह आंकड़ा 2,930.6 करोड़ रुपये था।

हालांकि, चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के मुकाबले समीक्षाधीन तिमाही में एकीकृत शुद्ध लाभ 3.72 प्रतिशत बढ़ गया। जून, 2022 तिमाही में यह आंकड़ा 2,563.6 करोड़ रुपये था।

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समीक्षाधीन तिमाही में कंपनी की आय 14.60 प्रतिशत बढ़कर 22,539.7 करोड़ रुपये हो गई, जो एक साल पहले इसी अवधि में 19,667.4 करोड़ रुपये थी।

विप्रो ने कहा कि दूसरी तिमाही में गैर-अमेरिकी बाजारों में उसकी आय में गिरावट हुई है। यूरोप में कमाई एक साल पहले के 918.6 करोड़ रुपये से घटकर समीक्षाधीन अवधि में 787.5 करोड़ रुपये रह गई। इसी तरह एशिया प्रशांत, पश्चिम एशिया, अफ्रीका (एपीएमईए) क्षेत्र में आय घटकर 219.4 करोड़ रुपये रह गई, जो पिछले साल की समान अवधि में 302.8 करोड़ रुपये थी।

विप्रो ने शेयर बाजार को बताया कि समीक्षाधीन तिमाही के दौरान उसका परिचालन मार्जिन 15.1 प्रतिशत था, जो तिमाही आधार पर 16 आधार अंक की वृद्धि दर्शाता है।

कंपनी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) और प्रबंध निदेशक थियरी डेलापोर्टे ने कहा, ‘‘हमारी बुकिंग में मजबूत वृद्धि, बड़े सौदों पर हस्ताक्षर और राजस्व बाजार में हमारी बेहतर प्रतिस्पर्धा और मूल्य प्रस्ताव को रेखांकित करता है।’’

फर्म ने इस दौरान 10,000 से अधिक कर्मचारियों को पदोन्नत किया और कंपनी छोड़ने वाले कर्मचारियों की दर लगातार तीसरी तिमाही में कम हुई।

मुख्य वित्त अधिकारी (सीएफओ) जतिन दलाल ने कहा, ‘‘हमने वेतनवृद्धि और पदोन्नति के बावजूद दूसरी तिमाही में 15.1 प्रतिशत का मार्जिन हासिल किया।’’

हालांकि, समीक्षाधीन तिमाही के दौरान नयी भर्तियों की संख्या धीमी रही और विप्रो ने शुद्ध रूप से 605 कर्मचारियों को जोड़ा।

भाषा पाण्डेय अजय

अजय


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