जिम्बाब्वे की ‘जिग’ दुनिया की सबसे नयी मुद्रा, मुद्रा संकट को हल करने की ताजा कोशिश

जिम्बाब्वे की 'जिग' दुनिया की सबसे नयी मुद्रा, मुद्रा संकट को हल करने की ताजा कोशिश

जिम्बाब्वे की ‘जिग’ दुनिया की सबसे नयी मुद्रा, मुद्रा संकट को हल करने की ताजा कोशिश
Modified Date: April 30, 2024 / 10:23 pm IST
Published Date: April 30, 2024 10:23 pm IST

हरारे, 30 अप्रैल (एपी) जिम्बाब्वे ने मंगलवार को एक नयी मुद्रा ‘जिग’ का प्रचलन शुरू किया। इस मुद्रा को पुरानी मुद्रा की जगह लाया गया है, जो मूल्यह्रास और लोगों का भरोसा खत्म हो जाने से प्रभावित हुई है।

अप्रैल की शुरुआत में जिग को इलेक्ट्रॉनिक रूप से पेश किया गया था, लेकिन अब लोग बैंकनोट और सिक्कों के रूप में इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।

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यह दक्षिणी अफ्रीकी देश की लंबे समय से चल रहे मुद्रा संकट को रोकने की ताजा कोशिश है। सरकार ने पहले जिम्बाब्वे डॉलर को बदलने के लिए विभिन्न विचार पेश किए थे, जिसमें मुद्रास्फीति को रोकने के लिए सोने के सिक्के और एक डिजिटल मुद्रा को लाने जैसे विकल्प शामिल थे।

जिग, जिम्बाब्वे गोल्ड का संक्षिप्त रूप है और देश के स्वर्ण भंडार द्वारा समर्थित है। हालांकि, इसके बावजूद लोग इस पर भरोसा नहीं कर पा रहे हैं। कुछ सरकारी विभागों ने भी इसे स्वीकार करने से इनकार कर दिया है।

जिग छठी मुद्रा है, जिसका उपयोग जिम्बाब्वे ने 2009 में जिम्बाब्वे डॉलर के पतन के बाद से किया है। इस संकट से निपटने के लिए पहले अमेरिकी डॉलर को वैध मुद्रा का दर्जा दिया गया, फिर उस पर प्रतिबंध लगाया गया और फिर प्रतिबंध हटाया गया।

लोग अभी भी जिग को लेने से इनकार कर रहे हैं। उन्हें अमेरिकी डॉलर अभी भी सुरक्षित लग रहा है। सरकार ने गैस स्टेशनों जैसे कुछ व्यवसायों को जिग को स्वीकार करने से मना करने की अनुमति दी है। पासपोर्ट विभाग जैसे कुछ सरकारी कार्यालय भी केवल अमेरिकी डॉलर स्वीकार कर रहे हैं।

एपी पाण्डेय रमण

रमण


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