पांच दिन से हड़ताल पर है 3000 जूनियर डॉक्टर, मरीजों को करना पड़ रहा तकलीफों का सामना, परिजन के हंगामे के बाद मरीज को मिला इलाज
junior doctors strike : 4 वर्षों से स्टाइपेंड में बढ़ोतरी ना किए जाने पर आक्रोशित इंटर्न, पीजी और जूनियर डॉक्टर शनिवार से अनिश्चितकालीन
Junior doctors strike ends after meeting CM Bhupesh Baghel
बिलासपुर : junior doctors strike : 4 वर्षों से स्टाइपेंड में बढ़ोतरी ना किए जाने पर आक्रोशित इंटर्न, पीजी और जूनियर डॉक्टर शनिवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर है।प्रदेश के करीब 3000 जूनियर डॉक्टर, इंटर्न और पीजी डॉक्टर दो दिनों के सांकेतिक हड़ताल के बाद अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठ गए है, जिनकी मांग है कि अन्य राज्यों की तुलना में उन्हें सबसे कम मानदेय दिया जा रहा है।
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पिछले 4 सालों से मानदेय में नहीं हुई बढ़ोतरी
junior doctors strike : पिछले 4 सालों से इसमे कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है। प्रदेशभर के जूनियर डॉक्टरों के हड़ताल पर चले जाने से सरकारी अस्पतालों की सूरत इन दिनों बिगड़ी हुई है। हड़ताल के पांचवे दिन बिलासपुर संभाग के सबसे बड़े अस्पताल सिम्स में दूरदराज गांवों से आए मरीजों और उनके परिजनों को काफी तकलीफों का सामना करना पड़ रहा है।
junior doctors strike : जूनियर डॉक्टरों के हड़ताल पर जाने से जांजगीर चम्पा से आये मरीज को हड़ताल के कारण अस्पताल में दाखिल नही किया गया जिसके बाद मरीजो के परिजनों के द्वारा अस्पताल में हंगामा मचाए जाने के बाद मरीज को भर्ती किया गया। अगर इसी तरह के हालात बनी रहे तो स्थिति और बिगड़ सकती है।

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