CG Vidhansabha: छत्तीसगढ़ के किसानों को अब मिलेंगे फसल के ज्यादा दाम, विधानसभा में ये 4 संशोधन विधेयक पारित, विपक्ष ने नहीं लिया कार्यवाही में हिस्सा

छत्तीसगढ़ के किसानों को अब मिलेंगे फसल के ज्यादा दाम, 4 amendment bills passed by voice vote in Chhattisgarh assembly

CG Vidhansabha: छत्तीसगढ़ के किसानों को अब मिलेंगे फसल के ज्यादा दाम, विधानसभा में ये 4 संशोधन विधेयक पारित, विपक्ष ने नहीं लिया कार्यवाही में हिस्सा

CG Vidhan Sabha Mansoon Session 2025|| Image- IBC24 News File

Modified Date: July 17, 2025 / 12:01 am IST
Published Date: July 16, 2025 10:44 pm IST
HIGHLIGHTS
  • किसानों को मिलेगा देशभर में फसल बेचने का विकल्प, जिससे उन्हें ज्यादा दाम मिल सकेगा।
  • कृषि उपज मंडी अधिनियम से कारावास संबंधी प्रावधान हटाए गए।
  • विपक्ष (कांग्रेस) ने विधानसभा की कार्यवाही का बहिष्कार किया।

नई दिल्लीः CG Vidhansabha: छत्तीसगढ़ विधानसभा मानसून सत्र के तीसरे दिन आज राज्य सरकार ने 4 संशोधन विधेयक ध्वनि मत से पारित कराए। कृषि विभाग की ओर से छत्तीसगढ़ कृषि उपज मंडी संशोधन विधेयक लाया गया, जिसमें कांग्रेस के विधायकों ने भाग नहीं लिया और दिन भर के लिए सदन की कार्रवाई का बहिष्कार कर दिया।

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CG Vidhansabha: इस संशोधन विधेयक पर कृषि मंत्री राम विचार नेताम ने बताया कि इससे किसानों को देश के सभी कृषि बाजार से जोड़ने का मौका मिलेगा किसान अपनी फसल अच्छे दामों में जहां बेचना चाहेंगे वहां बेच सकेंगे। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार के द्वारा ई-नाम योजना पहले से ही चल रही है । जिसकी जानकारी कई किसानों को मालूम है तो किसी को मालूम नहीं है। इसलिए ज्यादा से ज्यादा प्रोत्साहित इस संशोधन विधेयक के बाद हो सकेगा।

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उन्होंने यह भी कहा की हमारी सरकार चाहती है कि किसानों को उनकी फसल लागत से ज्यादा दाम मिले। इसलिए देश के किसी भी कोने में जहां किसी भी फसल की डिमांड ज्यादा रहेगी, वहां दाम भी अच्छा मिलेगा। उन्होंने यह भी बताया की कृषि उपज मंडी संशोधन विधेयक से संबंधित कारावास के प्रावधान को हटा दिया गया है। वहीं राज्य सरकार ने भू- राजस्व संहिता संशोधन विधेयक, बकाया कर ब्याज के निपटान संशोधन विधेयक और निजी विश्वविद्यालय स्थापना संशोधन विधेयक भी परित कराए।


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सवाल आपका है.. पत्रकारिता के माध्यम से जनसरोकारों और आप से जुड़े मुद्दों को सीधे सरकार के संज्ञान में लाना मेरा ध्येय है। विभिन्न मीडिया संस्थानों में 10 साल का अनुभव मुझे इस काम के लिए और प्रेरित करता है। कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रानिक मीडिया और भाषा विज्ञान में ली हुई स्नातकोत्तर की दोनों डिग्रियां अपने कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ने के लिए गति देती है।