‘मिशन बस्तर’ के बाद भाजपा का ‘मिशन सरगुजा’, साव और चंदेल संभालेंगे कमान

'मिशन बस्तर' के बाद भाजपा का 'मिशन सरगुजा', साव और चंदेल संभालेंगे कमान : After 'Mission Bastar' BJP's 'Mission Sarguja'

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  • Publish Date - September 29, 2022 / 12:13 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:36 PM IST

राजेश मिश्रा, रायपुरः प्रदेश में मिशन 2023 के लिए भाजपा का अगला टार्गेट अब सरगुजा है…बस्तर के बाद पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अरूण साव और नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल सरगुजा दौरे की तैयारी कर चुके हैं। इस दौरान सरगुजा संभाग के कार्यकर्ताओं के साथ-साथ सामाजिक संगठन के पदाधिकारी, बुद्धिजीवियों और पत्रकारों से मुलाकात करेंगे…इधर, सरगुजा में पिछले चुनाव में सभी सीटों पर कब्जा करने वाले कांग्रेस की स्थिति को भांपते हुए भापजा ने अपनी रणनीति बनाने की तैयारी की है जिस पर कांग्रेस का दावा है कि भाजपा चाहे जो कर ले पिछली बार की तरह कांग्रेस ही क्लीन स्वीप करेगी। किसके दावे में कितना दम है?

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अगर बस्तर छत्तीसगढ़ की सियासत की चाबी है तो सरगुजा वो इलाका है जहां से सत्ता का गलियारा गुजरता है। बीजेपी भी समझती है कि बस्तर और सरगुजा को फतह किए बिना सत्ता में वापसी मुश्किल है। यही वजह है कि मिशन बस्तर के बाद बीजेपी मिशन सरगुजा के लिए जुटी है। बीजेपी ये भी जानती है कि इस बार भी यहां विधानसभा चुनाव लड़ना आसान नहीं होगा। लिहाजा नवरात्री के बाद प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष दोनों यहां पार्टी के साव और चंदेल अपने संयुक्त दौरे में पार्टी के लिए माहौल को टटोलेंगे।

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वैसे सरगुजा संभाग में बीजेपी की स्थिति पर नजर डालें तो पिछले चुनाव में उसका सूपड़ा साफ हो गया था। जबकि 2013 में बीजेपी 7 और 2008 में 5 सीट जीतने में सफल रही थी। इस बार बीजेपी 14 सीटें जीतने का संकल्प लेकर अभी से मैदान में उतरने जा रही है। हालांकि कांग्रेस तंज कस रही है कि बीजेपी नेता सैर-सपाटे के लिए निकले हैं। कांग्रेस का दावा है कि बीजेपी लाख कोशिश कर लें. बस्तर और सरगुजा में बीजेपी का फिर क्लीप स्वीप होगा।

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सरगुजा संभाग की 14 सीटें बीजेपी और कांग्रेस दोनों के लिए अहम है। कांग्रेस ने 2018 में यहां दमदार प्रदर्शन किया था। इस बार भी सत्तापक्ष पर अच्छे प्रदर्शन का दबाव है..दूसरी ओर बीजेपी की चिंता और चुनौती दोनों ही बढ़ गई है। बहरहाल बीजेपी का मिशन विजय बस्तर और सरगुजा कितना असरकारक और सफल होगा, ये तो वक्त ही बताएगा, लेकिन बीजेपी अपने कार्यकर्ताओं को चार्ज करने में जुट गई है ।