असली पुलिस वाला नकली GRP पुलिस बनकर ट्रेन में व्यापारी से की 97 किलो चांदी की ठगी, हुआ गिरफ्तार तो पता चली ये सा​जिश

असली पुलिस वाला नकली GRP पुलिस बनकर ट्रेन में व्यापारी से की 97 किलो चांदी की ठगी, हुआ गिरफ्तार तो पता चली ये सा​जिश

असली पुलिस वाला नकली GRP पुलिस बनकर ट्रेन में व्यापारी से की 97 किलो चांदी की ठगी, हुआ गिरफ्तार तो पता चली ये सा​जिश
Modified Date: November 29, 2022 / 08:16 pm IST
Published Date: July 4, 2019 12:04 pm IST

बिलासपुर। रूपयों के लालच ने एक असली पुलिस आरक्षक को नकली रेलवे पुलिस का आरक्षक बनने को मजबूर कर दिया और अब असली रेलवे पुलिस ने असली पुलिस आरक्षक को उसके तीन साथियों समेत गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार आरक्षक राजा जगत कोरबा जिले के न्यायालय में अपनी सेवाएं दे रहा है।

जानकारी के अनुसार तमिलनाडू का रहने वाला डी कार्तिक नाम का व्यक्ति चांपा जिले में व्यवसाय के लिए 97 किलो चांदी लेकर आ रहा था। रात के दो बजे आरक्षक और उसके साथियों ने खुद को जीआरपी का स्टाफ बताते हुए कार्तिक को कहा कि उन्हें जानकारी मिली है कि ये माल चोरी का है।

ये भी पढ़ें —शहर को होर्डिंग्स मुक्त बनाने की कवायद शुरू, निगम से एजेंसी संचालकों को होर्डिंग्स हटाने दस दिन का समय

 ⁠

आरोपियों ने पीड़ित को जीआरपी थाने जाने की बात कहते हुए ट्रेन से उतारा और स्टेशन के बाहर खड़ी कार में बिठाकर शहर के चक्कर लगाने के बाद उसे कार से उतार दिया और फरार हो गए। इस मामले में जीआरपी चौकी में एफआईआर दर्ज की गयी। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस ने कार की पहचान की और फिर आरोपियों तक पहुंची।

ये भी पढ़ें — रेप के बाद ब्लैकमेलिंग से तंग नाबालिग ने किया खुदकुशी का फैसला, दोस्तों से संबंध बनाने मजबूर कर रहा था अधिकारी का बेटा

इसके बाद जीआरपी ने जांजगीर के रहने वाले परमानंद सोनी, आरक्षक राजा जगत, कोरबा के रहने वाले विजय मरावी और कोरबा के ही रहने वाले रामअवतार जगत को गिरफ्तार कर लिया। जीआरपी ने चांदी बरामद कर ली है जिसकी कीमत लगभग 37 लाख रूपए है।


लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com