छत्तीसगढ़ बजट सत्र: सहायक शिक्षक, व्याख्याता भर्ती मामले में सरकार का आया जवाब, विपक्ष के सवाल पर मंत्री ने कही ये बात

Chhattisgarh budget session 2022 : कितनी भर्ती बची है, चयनितों की सूची कब कब जारी हुई, अतिथियों की संख्या कितनी है..

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  • Publish Date - March 14, 2022 / 12:46 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:41 PM IST

रायपुर। Chhattisgarh assembly session 2022  :  छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र के 6वें दिन सदन में सहायक शिक्षक,व्याख्याता भर्ती का मामला उठा। BJP विधायक ने पूछा कि कितनी भर्ती हुई, कितनी भर्ती बची है, चयनितों की सूची कब कब जारी हुई, अतिथियों की संख्या कितनी है, इनका नियमितीकरण के लिए क्या प्लान है। कब तक इनका नियमितीकरण होगा।

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सवाल पर स्कूल शिक्षा मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम ने जवाब दिया। कहा कि 2548 पदों पर व्याख्याता की भर्ती हुई। 2814 शिक्षक, सहायक शिक्षक के 2209 पदों पर भर्ती हुई। शिक्षकों का दस्तावेज सत्यापन पूरा हो चुका है। बाकी पर प्रक्रिया चल रही। वहीं सत्तापक्ष के जवाब से असंतुष्ट BJP विधायकों ने सदन से वॉकआउट कर दिया।

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इससे पहले सदन में सूखा राशन की खरीदी और वितरण का मामला उठा। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने प्रश्नकाल में मामले को लेकर सत्ता पक्ष से सवाल किया। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने पूछा कि अनियमितता के कारण कोंडागांव के DEO को सस्पेंड किया। सूरजपुर में कार्रवाई कब होगी।

Chhattisgarh assembly session 2022   :  स्कूल शिक्षा मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम ने कहा कि फिलहाल पका हुआ भोजन वितरित किया जा रहा है। वहीं कार्रवाई करने की बात पर मंत्री ने कहा कि सिर्फ सूखा राशन में गड़बड़ी की वजह से निलंबित नहीं किया, बल्कि दूसरे मामले भी थे। नेता प्रतिपक्ष ने आगे कहा कि मुंगेली और सूरजपुर का भी ऐसा ही मामला है। विधानसभा अध्यक्ष ने मंत्री टेकाम को मुंगेली और सूरजपुर मामले में जांच के निर्देश दिए।

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सदन में BJP MLA शिवरतन शर्मा ने धान उपार्जन के लिए सूखत और उठाव के नियम की जानकारी मांगी। मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम ने जवाब दिया। कहा कि संग्रहित धान के लिए कोई सूखत मान्य नहीं है। उठाव के लिए नियम बनाई गई है। वहां जितनी जल्दी हो सके धान का उठाव कराया जाएगा। BJP MLA शिवरतन शर्मा ने कहा कि धान उठाव प्रभावित हुआ है। उसमें कितना नुकसान हुआ है। इसका नुकसान कौन वहन करेगा। मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम ने जवाब दिया। कहा कि 2020-21 में 218 करोड़ का भुगतान किया गया है। नुकसान के लिए समितियों के लिए भुगतान किया गया है। 93.5 लाख मीट्रिक टन धान का उठाव हुआ है। 5 लाख मीट्रिक टन धान का उठाव बाकी है। इसमें विभागीय चर्चा की बाकी है। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि धान उठाव में लापरवाही की गई है। दोषियों पर कार्रवाई की जानी चाहिए।

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