छत्तीसगढ़: बस्तर में कड़ी सुरक्षा के बीच तीन बजे तक 58% से अधिक मतदान |

छत्तीसगढ़: बस्तर में कड़ी सुरक्षा के बीच तीन बजे तक 58% से अधिक मतदान

छत्तीसगढ़: बस्तर में कड़ी सुरक्षा के बीच तीन बजे तक 58% से अधिक मतदान

:   Modified Date:  April 19, 2024 / 05:22 PM IST, Published Date : April 19, 2024/5:22 pm IST

रायपुर,19 अप्रैल (भाषा) लोकसभा चुनाव के पहले चरण में नक्सल प्रभावित बस्तर लोकसभा सीट पर शुक्रवार अपराह्न तीन बजे तक क्षेत्र के 58.14 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया। राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय ने यह जानकारी दी।

क्षेत्र में अंडर बैरल ग्रेनेड लॉन्चर (यूबीजीएल) का गोला दुर्घटनावश फट जाने से केंद्रीय रिवर्ज पुलिस बल का एक जवान भी मारा गया।

अधिकारियों ने बताया कि बस्तर लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत कुल आठ विधानसभा क्षेत्र आते हैं। इनमें से कोंडागांव, नारायणपुर, चित्रकोट, दंतेवाड़ा, बीजापुर, कोंटा तथा जगदलपुर के 72 मतदान केंद्र में मतदाताओं ने सुबह सात बजे से अपराह्न तीन बजे तक मतदान किया।

उन्होंने बताया कि कुछ मतदान केंद्रों में मतदान का समय समाप्त होने के बाद भी मतदान केंद्र परिसर में मतदाता कतार में अपनी बारी की प्रतीक्षा कर रहे है।

अधिकारियों ने बताया कि क्षेत्र के बस्तर और जगदलपुर के शेष 175 मतदान केंद्रों में शाम पांच बजे तक मतदान होगा।

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि बीजापुर जिले में एक अंडर बैरल ग्रेनेड लॉन्चर (यूबीजीएल) का एक गोला दुर्घटनावश फट गया इससे चुनाव सुरक्षा ड्यूटी पर तैनात सीआरपीएफ के एक जवान की मौत हो गई।

उन्होंने बताया कि यह घटना उस समय हुई जब सुरक्षाकर्मियों का दल उसूर पुलिस थाना क्षेत्र के अंतर्गत गलगम गांव में एक मतदान केंद्र के पास अभियान पर निकला था।

अधिकारियों ने बताया कि इस घटना में सीआरपीएफ की 196 वीं बटालियन के आरक्षक देवेंद्र कुमार को गंभीर चोटें आईं थी। उसे इलाज के लिए जगदलपुर के अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गई।

उन्होंने बताया कि एक अन्य घटना में बीजापुर जिले के भैरमगढ़ थाना क्षेत्र में नक्सलियों द्वारा लगाए गए प्रेशर बम में विस्फोट होने से केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) का एक सहायक कमांडेंट घायल हो गया।

यह घटना भैरमगढ़ पुलिस थाना क्षेत्र के तहत चिहका मतदान केंद्र के पास हुई जब सुरक्षा कर्मियों का एक दल मतदान को देखते हुए इलाके में नक्सल विरोधी अभियान में निकला था।

उन्होंने बताया कि अभियान के दौरान सीआरपीएफ की 62वीं बटालियन के सहायक कमांडेंट मनु एचसी प्रेशर बम के संपर्क में आ गए, जिससे बम में विस्फोट हो गया और उनका बायां पैर तथा हाथ घायल हो गया।

आज हो रहे मतदान में बस्तर क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी और बस्तर संभाग के आयुक्त (राजस्व) श्याम धावड़े ने बस्तर जिले के हाटकचोरा मतदान केंद्र में अपना वोट डाला।

नारायणपुर जिले के गुरिया मतदान केंद्र पर एक नवविवाहित जोड़े देवेश ठाकुर और उनकी पत्नी गंगोत्री ठाकुर शादी की पोशाक में वोट डालने पहुंचे।

दंतेवाड़ा जिले के बालूद मतदान केंद्र पर पर्यावरण संरक्षण पर फोकस किया गया जहां अधिकारियों ने पर्यावरण संरक्षण के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए मतदाताओं को पौधे दिए।

सुंदरराज ने कहा कि ‘बैलेट और बुलेट’ की इस लड़ाई में अंततः बैलेट ही सफल, सार्थक और सशक्त बनकर उभरेगा।

उन्होंने कहा, ‘माओवादियों के बार-बार बहिष्कार और धमकी भरे आह्वान के बावजूद, बस्तर के लोगों में बहुत उत्साह और प्रतिबद्धता है, जो बड़ी संख्या में मतदान केंद्रों पर आ रहे हैं।’

बस्तर जिले के अंदरूनी गांव चांदामेटा के मतदान केंद्र में नक्सलियों के चुनाव बहिष्कार के आह्वान को नकारते हुए ग्रामीण वोट डालने के लिए कतार में खड़े देखे गए।

शांतिपूर्ण मतदान सुनिश्चित करने के लिए बस्तर निर्वाचन क्षेत्र में 60 हजार से अधिक राज्य और अर्धसैनिक बलों के जवानों को तैनात किया गया है।

बस्तर क्षेत्र में कुल 14,72,207 मतदाता हैं, जिनमें से 7,71,679 महिला और 7,00,476 पुरुष मतदाता हैं। क्षेत्र में थर्ड जेंडर के 52 मतदाता हैं।

निर्वाचन क्षेत्र में 1,961 मतदान केंद्र बनाए गए हैं, जिनमें से 61 को अतिसंवेदनशील और 196 को संवेदनशील श्रेणी में रखा गया है।

अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित बस्तर लोकसभा क्षेत्र में 11 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं लेकिन मुख्य मुकाबला यहां सत्ताधारी दल भारतीय जनता पार्टी और विपक्षी दल कांग्रेस के मध्य है। 2000 में पृथक छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण के बाद नक्सल प्रभावित इस लोकसभा क्षेत्र में 2004, 2009 और 2014 में भाजपा के उम्मीदवार की जीत हुई थी। लेकिन 2019 में यहां के मतदाताओं ने कांग्रेस के उम्मीदवार दीपक बैज पर भरोसा जताया था।

बस्तर लोकसभा क्षेत्र के लिए इस बार सत्ताधारी दल भाजपा ने एक नए चेहरे महेश कश्यप को मैदान में उतारा है। कश्यप पूर्व में विश्व हिंदू परिषद के सदस्य रह चुके हैं। वहीं कांग्रेस ने अपने मौजूदा सांसद दीपक बैज, जो पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष हैं का टिकट काटकर कोंटा क्षेत्र के विधायक कवासी लखमा को मैदान में उतारा है।

राज्य की 11 लोकसभा सीट पर तीन चरणों में मतदान होगा।

भाषा संजीव नरेश

नरेश

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)